Sawan: एक ऐसा शिव मंदिर जहां सतयुग से ही विराजमान हैं बाबा भोलेनाथ

Sawan: शिव जी को आदि-अनादि का देवता कहा जाता है. कहते हैं शिव जी इस सृष्टि के पहले से हैं. पूरी दुनिया में शिव जी कई मंदिर हैं. कुछ मंदिर सैकड़ों तो कुछ हजारों साल पुराने हैं. तमाम मंदिर तो ऐसे हैं जिनका कोई साक्ष्य ही नहीं मिलता कि उनका निर्माण कब हुआ था. चलिए […]

Date Updated
फॉलो करें:

Sawan: शिव जी को आदि-अनादि का देवता कहा जाता है. कहते हैं शिव जी इस सृष्टि के पहले से हैं. पूरी दुनिया में शिव जी कई मंदिर हैं. कुछ मंदिर सैकड़ों तो कुछ हजारों साल पुराने हैं. तमाम मंदिर तो ऐसे हैं जिनका कोई साक्ष्य ही नहीं मिलता कि उनका निर्माण कब हुआ था.

चलिए बताते हैं आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में जिसका इतिहास लगभग लाख साल पुराना है. हम जिस मंदिर मंदिर के बारे में बात कर रहे हैं वह है सोमेश्वर महादेव मंदिर. मंदिर के पुजारी मानते हैं कि ये मंदिर में सतयुग कालीन सोमेश्वर महादेव विराजमान है. सतयुग से ही यहां एकादश रुद्रों के रूप में स्वयं भगवान शिव का वास हैं. साथ ही स्वयंभू शिवलिंग होने के कारण यहां जलाभिषेक का विशेष महत्व है. सतयुग में ऋषि सोम की तपस्या से प्रसन्न होकर यह स्वयंभू शिवलिंग यहां प्रकट हुआ था. ऋषि सोम के बाद ऋषि सुखदेव ने भी यहां तपस्या की है जिस कारण इसका महत्व और अधिक बढ़ जाता है.

इस सावन अगर आप सोमेश्वर महादेव मंदिर जाएं तो ये बहुत अच्छा अवसर हो सकता है इस प्रचीनकालीन मंदिर के इतिहास को समझने का.