रियासी हमले की आंखों देखी कहानी...पीड़ित ने बताई आतंकियों के दरिंदगी की दास्तां

Reasi Bus Attack: जम्मू कश्मीर में दहशत और भय का माहौल है. आतंकियों ने यहां शिव खोड़ी से वैष्णो देवी जा रही भक्तो की बस को निशाना बनाया. इस आतंकी हमले में दस तीर्थ यात्रियों की मौत और 41 श्रद्धालु घायल हुए हैं.

Date Updated
फॉलो करें:

Reasi Bus Attack: जम्मू-कश्मीर के रियासी आतंकी हमले में घायल हुए यूपी के मेरठ जिले के प्रदीप कुमार ने घटना को लेकर  कई नए खुलासे किए है. प्रदीप कुमार ने कहा की भगवान का शुक्र है कि हमले के बाद हमारी बस खाई में गिर गई. अगर बस खाई में नही गिरती तो आतंकी हम सभी को मार डालते. बस खाई में गिरने से हम जिंदा बच गए. जबकि बस काई में गिरने के बाद आंतकी गोली चला रहे थे. जब तक बस के सभी यात्रियों की चीख बंद नहीं हुई हो.

घटना में 9 लोगों की मौत

9 जून को पीएम नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण से एक घंटे पहले जम्मू- कश्मीर में शिव खोड़ी से कटरा जा रही बस पर दो आतंकियों ने गोलीबारी कर दी. बस ड्राइवर को गोली लगने से 53 सीटर बस खाई में गिर गई. इस घटना में 9 लोगों की मौत हुई 41 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन कोई संदिग्ध नहीं मिला. प्रदीप ने बताया कि आंतकी सेना जैसी वर्दी पहनकर आए थे. 

पहाड़ के बीच में फंस गई

घायल प्रदीप ने बताया कि बस शिव खोड़ी मंदिर से निकली ही थी. लोग वैष्णो देवी की ट्रैकिंग के बाद थक गए थे. वही कई यात्रियों की नींद लग गई थी. मैं भी सो गया था. बस घाटी पर चढ़ रही थी. बस की स्पीड धीरे थी. शाम करीब 6 बजे अचानक गोलियों की आवाज आई. बस में सामने बैठे लोग चिल्लाने लगे. जब मेरी नींद खुली, तब बस खाई से नीचे जा रही थी. मुझे लगातार गोलियों की आवाज  सुनाई दे रही थी. बस एक पेड़ और छोटे पहाड़ के बीच में फंस गई. इसके बाद रोड से गुजर रहे लोगों ने पुलिस को सूचना दी और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. अगर हम मरने की एक्टिंग नहीं करते तो शायद आज जिंदा नहीं होते.

दस लाख रूपए का मुआवजा 

इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को जम्मू- कश्मीर के LG मनोज सिन्हा ने दस लाख रूपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है. जब कि घायलों को 50 हजार रुपए की सहायता राशि दी जाएगी. पुलिस, आर्मी और सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम तैयार कर आंतकी हमलावरों को पकड़ने की कोशिश कर रही है.सर्च ऑपरेशन के लिए अलग से 5 टीमें भी बनाई गई हैं.

दूसरी बार ऐसी घटना 

जम्मू-कश्मीर के LG मनोज सिन्हा ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने स्थिति का जायजा लिया है और मुझे निर्देश दिया है कि हालात पर नजर बनाए रखे. इस  घटना के पीछे जो भी लोग  शामिल होंगे उन्हें  बख्शा नही जाएगा. जम्मू-कश्मीर में दूसरी बार ऐसी घटना हुई है. इसक पहले, 10 जुलाई 2017 को अनंतनाग में आतंकियों ने अमरनाथ यात्रा के दौरान बस पर गोलियां चलाई थी.  इसमें 7 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी. वहीं लोग 19 घायल हुए थे.

लोगों के बीच जुड़ाव बढ़ा 

बीएसएफ के आईजी अशोक यादव नेबताया कि आतंकी गतिविधियों को देखते हुए हम बीएसएफ और सेना संवेदनशील इलाकों पर नजर रखे हुए हैं और सतर्क हैं. पिछले कुछ वर्षो में सुरक्षाबलों और कश्मीर के लोगों के बीच जुड़ाव बढ़ा है. अगर लोग हमारा सहयोग करें तो हम विकास के कामों को बेहतर तरीके से आगे बढ़ा सकते हैं.