16 बिलियन Apple, Google, Telegram पासवर्ड लीक, जानें क्या कहता है नया रिसर्च?

शोधकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि यह लीक पुराने डेटा का पुनर्चक्रण नहीं है. यह नया और खतरनाक डेटा है, जो फिशिंग, अकाउंट हैकिंग और पहचान की चोरी के लिए इस्तेमाल हो सकता है. साइबर अपराधी इस डेटा का उपयोग बड़े पैमाने पर हमले करने के लिए कर सकते हैं.  

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Courtesy: Social Media

Data Breach: साइबर सुरक्षा की दुनिया में हड़कंप मच गया है. शोधकर्ताओं ने 2025 के सबसे बड़े डेटा उल्लंघन का खुलासा किया है, जिसमें 16 अरब लॉगिन क्रेडेंशियल और पासवर्ड लीक हुए हैं. यह लीक इतना बड़ा है कि यह लगभग हर ऑनलाइन सेवा को प्रभावित कर सकता है. 

साइबरन्यूज की टीम ने 2025 की शुरुआत से इस लीक की जांच शुरू की थी. जिसमें इसका खुलासा हुआ है. कुल मिलाकर, 16 अरब रिकॉर्ड चोरी हुए हैं. यह डेटा Apple, Google, Facebook, GitHub, Telegram और सरकारी पोर्टल जैसी सेवाओं से जुड़ा है.  

डेटा चोरी कैसे हुई?

यह लीक इन्फोस्टीलर मैलवेयर का नतीजा है. यह एक ऐसा सॉफ्टवेयर है, जो चुपके से डिवाइस से पासवर्ड, उपयोगकर्ता नाम और संवेदनशील जानकारी चुराता है. चुराया गया डेटा पासवर्ड के रूप में व्यवस्थित है. इसका मतलब है कि अगर आपने कभी ऑनलाइन लॉगिन किया है, तो आपकी जानकारी खतरे में हो सकती है.

शोधकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि यह लीक पुराने डेटा का पुनर्चक्रण नहीं है. यह नया और खतरनाक डेटा है, जो फिशिंग, अकाउंट हैकिंग और पहचान की चोरी के लिए इस्तेमाल हो सकता है. साइबर अपराधी इस डेटा का उपयोग बड़े पैमाने पर हमले करने के लिए कर सकते हैं.  

मजबूत पासवर्ड प्रबंधन जरूरी

कीपर सिक्योरिटी के सीईओ डैरेन गुच्चियोन ने कहा कि लोगों को पासवर्ड प्रबंधन टूल में निवेश करना चाहिए. पासवर्ड मैनेजर का उपयोग करें, जो हर सेवा के लिए मजबूत और अनोखा पासवर्ड बनाता है. डार्क वेब मॉनिटरिंग टूल भी आपकी जानकारी की निगरानी कर सकते हैं. सुरक्षा बढ़ाने के लिए मल्टी-फैक्टर प्रमाणीकरण (MFA) जरूरी है. यह आपके अकाउंट में एक अतिरिक्त सुरक्षा परत जोड़ता है. अगर कोई आपका पासवर्ड चुरा भी ले, तो MFA के बिना लॉगिन नहीं कर पाएगा. इसे अपने ईमेल, बैंक और सोशल मीडिया अकाउंट्स पर तुरंत चालू करें.

साइबर सुरक्षा केवल तकनीकी समस्या नहीं है. यह हम सबकी जिम्मेदारी है. मजबूत और अनोखे पासवर्ड चुनें. संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें. अपने अकाउंट्स की नियमित निगरानी करें. अपने सभी पासवर्ड तुरंत बदलें, खासकर अगर आप एक ही पासवर्ड कई जगह इस्तेमाल करते हैं. पासवर्ड मैनेजर और MFA को अपनाएं. साइबर अपराधी इस डेटा का दुरुपयोग कर सकते हैं, इसलिए देर न करें.  

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