Pakistan Strikes Kabul: पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों ने गुरुवार देर रात (9 अक्टूबर) अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के ठिकानों पर कथित हवाई हमले किए. काबुल के मध्य और उत्तरी इलाकों में रहने वाले लोगों ने तेज़ धमाकों और कम ऊंचाई पर उड़ते विमानों की आवाज सुनी. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में घरों को हिलाने वाले धमाकों की आवाजें सुनाई दीं. स्थानीय लोगों ने इसे अराजकता की रात बताया.
अफगान तालिबान के प्रवक्ता ज़बीहुल्लाह मुजाहिद ने एक्स पर पोस्ट कर विस्फोटों की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि काबुल में एक विस्फोट की आवाज सुनी गई. चिंता की कोई बात नहीं, जांच चल रही है. अभी तक किसी हताहत या नुकसान की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. हालांकि, सोशल मीडिया पर रिहायशी इलाकों में मलबे और धुएं की तस्वीरें सामने आई हैं.
पाकिस्तानी रक्षा मंत्रालय और वायु सेना ने इन हमलों पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया. कुछ पाकिस्तानी सोशल मीडिया अकाउंट्स ने सटीक हवाई हमलों की तारीफ की, लेकिन इस्लामाबाद ने अभी तक इन दावों की पुष्टि नहीं की. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ये हमले टीटीपी नेता नूर वली महसूद को निशाना बनाने के लिए किए गए. कुछ ने दावा किया कि महसूद मारे गए, लेकिन एक वायरल ऑडियो में वह अपनी मौत की खबरों का खंडन करते सुनाई दिए. इस ऑडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं हुई. रिपोर्ट्स के मुताबिक, हवाई हमलों से रिहायशी इलाकों को नुकसान पहुंचा. मलबे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं. अफगान अधिकारियों ने अभी तक नुकसान की पूरी जानकारी नहीं दी.पूर्व बीबीसी पत्रकार कबीर हकमल ने एक्स पर लिखा कि काबुल के डिस्ट्रिक्ट 8 में विस्फोटों के बाद गोलीबारी की आवाजे सुनाई दीं.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में कहा कि हमारा धैर्य खत्म हो चुका है. उन्होंने काबुल पर सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया. टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के अनुसार, तालिबान से जुड़े मीडिया ने समर्थकों से जवाबी कार्रवाई की तैयारी करने को कहा, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ सकता है. यह पहली बार है जब पाकिस्तान ने काबुल में सीधे हवाई हमले किए. यह तालिबान शासन के प्रति पाकिस्तान के रुख में बड़े बदलाव का संकेत है. हमले उस समय हुए जब अफ़ग़ान कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी भारत में विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिल रहे थे.