Trump and Putin on Call: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कॉल पर बातचीत की है. यह उनकी छठी सार्वजनिक बातचीत थी. दोनों नेताओं ने ईरान, यूक्रेन और अन्य मुद्दों पर चर्चा की. यह कॉल अमेरिका-रूस संबंधों को बेहतर बनाने की दिशा में एक कदम मानी जा रही है.
पुतिन ने ईरान के मुद्दे पर जोर दिया. उनके सलाहकार यूरी उशाकोव ने बताया कि पुतिन ने सभी समस्याओं को राजनीतिक और कूटनीतिक तरीके से हल करने की बात कही. 22 जून को अमेरिका ने इजरायल के साथ मिलकर ईरान के परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाया था. इस हमले के बाद तनाव बढ़ गया है. पुतिन ने शांतिपूर्ण हल की वकालत की.
यूक्रेन के मुद्दे पर ट्रंप ने युद्ध को जल्द रोकने की इच्छा जताई. पुतिन ने कहा कि मॉस्को कीव के साथ बातचीत को तैयार है. लेकिन उन्होंने यूक्रेन में रूस के लक्ष्यों को हासिल करने की बात दोहराई. पुतिन का कहना है कि 2022 में सैन्य कार्रवाई नाटो के खतरे और रूसी भाषियों की सुरक्षा के लिए थी. कीव और सहयोगी देश इन दावों को खारिज करते हैं. पुतिन चाहते हैं कि यूक्रेन नाटो की सदस्यता छोड़े और रूस के क्षेत्रीय लाभ को माने. पेंटागन ने यूक्रेन को हथियारों की कुछ खेप रोक दी है. इनमें वायु रक्षा मिसाइलें और सटीक तोपखाने शामिल हैं. एक अमेरिकी अधिकारी ने इसकी पुष्टि की, लेकिन विवरण नहीं दिया. उशाकोव ने कहा कि ट्रंप-पुतिन की बातचीत में इस मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि वे जल्द ट्रंप से इस बारे में बात करेंगे.
दोनों नेताओं के बीच यह कॉल 14 जून के बाद हुई, जब इजरायल ने ईरान पर हमला किया था. दोनों नेताओं की बातचीत से लगता है कि वे अमेरिका-रूस संबंधों को सुधारना चाहते हैं. ये संबंध यूक्रेन युद्ध के कारण सबसे निचले स्तर पर हैं. हाल ही में पुतिन ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन से भी बात की थी. यह तीन साल में उनकी पहली बातचीत थी. ज़ेलेंस्की ने डेनमार्क में यूरोपीय नेताओं से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि ट्रंप और पुतिन के विचार बहुत अलग हैं. फिर भी, वे हथियारों की आपूर्ति पर ट्रंप से चर्चा करना चाहते हैं. यूक्रेन को उम्मीद है कि अमेरिकी समर्थन जारी रहेगा.