Quad Meeting: क्वाड समूह के विदेश मंत्रियों ने भारत पर हुए हमले की निंदा की. उन्होंने संयुक्त रुप से बयान देते हुए कहा कि हम हर हाल में आतंकवाद की निंदा करते हैं. क्वाड समूह ने अपराधियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाने पर जोर दिया. साथ ही पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है.
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले का सदमा लोगों के दिमाग में बैठ चुका है. बैसरन घास के मैदान पर अपने परिवार के साथ छुट्टियों का मजा ले रहे प्रयर्टकों को आतंकवादियों ने अचानक निशाना बनाया था. इस हमले में धर्म के आधार पर केवल पुरुषों की हत्या की गई थी. बाद में इस हमले का लिंक पाकिस्तान से बताया गया था. क्वाड ने सभी देशों से आग्रह किया कि वे अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र के नियमों के तहत आतंकवाद के खिलाफ सहयोग करें. बयान में हमले के आयोजकों और वित्तपोषकों को सजा देने की मांग की गई.
भारत ने 7 मई को इस आतंकी हमले की प्रतिक्रिया में'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया था. इस अभियान में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में कई आतंकी ठिकानों को नष्ट किया. इस कार्रवाई से भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी सख्त नीति को फिर से दोहराया. क्वाड ने भारत के इस कदम का समर्थन करते हुए आतंकवाद विरोधी सहयोग को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई. क्वाड बैठक के दौरान एस.
जयशंकर ने अमेरिकी मार्को रुबियो के बीच खास बातचीत हुई. जिसमें उन्होंने दोनों देशों की साझेदारी पर चर्चा की. इस दौरान व्यापार, सुरक्षा, तकनीक, ऊर्जा और कनेक्टिविटी समेत कई मुद्दों पर बात हुई. जयशंकर की यात्रा आज समाप्त हो जाएगी. उन्होंने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार साझा किए.
जयशंकर ने अमेरिकी रक्षा मंत्री से मुलाकात कर दोनों देशों के बीच रक्षा साझेदारी को और मजबूत करने पर जोर दिया गया. भारत और अमेरिका ने रक्षा क्षेत्र में हितों और क्षमताओं के अभिसरण पर चर्चा की. यह मुलाकात दोनों देशों के बीच बढ़ते विश्वास और सहयोग को दर्शाती है.
क्वाड का बयान और भारत-अमेरिका की बैठकों से यह साफ है कि आतंकवाद के खिलाफ सहयोग और रक्षा साझेदारी को और मजबूत किया जाएगा. भारत ने एक बार फिर आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति को दुनिया के सामने रखा. इस दिशा में क्वाड और भारत-अमेरिका साझेदारी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.