अमेरिकी न्याय विभाग ने हाल ही में जेफरी एपस्टीन की जांच से जुड़े नए दस्तावेजों का एक बड़ा बैच जारी किया है. एपस्टीन फाइल्स ट्रांसपेरेंसी एक्ट के तहत इन्हें सार्वजनिक किए गए हैं, जो एपस्टीन के आपराधिक मामले से संबंधित संघीय फाइलों को खोलने का प्रावधान करता है.
इनमें एक पुराना आरोप शामिल है, जिसमें दशकों पहले डोनाल्ड ट्रंप पर एक महिला के साथ बलात्कार का दावा किया गया है. हालांकि, विभाग ने इस आरोप को पूरी तरह से असत्य और सनसनीखेज बताते हुए खारिज कर दिया है.
अधिकारियों का कहना है कि इन दावों में कोई सत्यापन नहीं है और इन्हें तथ्य के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. ये रिकॉर्ड एफबीआई को 2020 के चुनाव से ठीक पहले सौंपे गए थे, लेकिन इनमें विश्वसनीयता की कमी पाई गई. जारी दस्तावेजों में कच्ची सूचनाएं शामिल हैं, जैसे एक कथित पीड़िता का बयान जिसमें ट्रंप और एपस्टीन पर बलात्कार का आरोप लगाया गया है. इसके अलावा, एक लिमोजीन ड्राइवर का बयान भी है, जिसमें उसने ट्रंप को एपस्टीन द्वारा एक लड़की के शोषण के बारे में बात करते सुना था. दस्तावेज स्पष्ट नहीं करते कि एफबीआई ने इन पर कोई आगे की जांच की या नहीं. कथित पीड़िता की बाद में रिपोर्ट दर्ज करने के बाद गोली लगने से मौत हो गई थी.
विभाग ने जोर देकर कहा कि इन फाइलों में कहीं भी ट्रंप पर किसी गलत कार्य का संदेह नहीं जताया गया है, न ही उनकी औपचारिक जांच का कोई संकेत है. ट्रंप के 2000 के दशक में एपस्टीन से सामाजिक संबंध थे, लेकिन ये दस्तावेज उन्हें किसी आपराधिक आरोप से नहीं जोड़ते. एक अज्ञात अभियोजक के 2020 के ईमेल में ट्रंप की एपस्टीन के निजी जेट में अधिक यात्राओं का जिक्र है, जिसमें घिसलेन मैक्सवेल की जांच के दौरान की यात्राएं भी शामिल हैं.
मैक्सवेल को बाद में यौन तस्करी के मामलों में दोषी ठहराया गया था. राष्ट्रपति ट्रंप ने इन खुलासों पर कड़ा रुख अपनाया है. न्याय विभाग ने एक्स पर पोस्ट कर स्पष्ट किया कि ये दावे निराधार हैं और अगर इनमें जरा भी सच्चाई होती, तो इन्हें ट्रंप के खिलाफ पहले ही इस्तेमाल किया जा चुका होता.
हाउस ओवरसाइट कमेटी के डेमोक्रेट सदस्यों ने न्याय विभाग पर मामले को दबाने का आरोप लगाया है, दावा करते हुए कि ये दस्तावेज एपस्टीन और ट्रंप के बीच संबंधों पर गंभीर सवाल उठाते हैं. विभाग ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया, दोहराते हुए कि वह कानून के अनुसार सभी सामग्री जारी कर रहा है और ट्रांसपेरेंसी आरोपों की पुष्टि नहीं करती. नवीनतम बैच में करीब 30,000 दस्तावेज शामिल हैं, जो भारी संपादन के साथ जारी किए गए हैं ताकि पीड़ितों की सुरक्षा सुनिश्चित हो.