Indonesia: इंडोनेशिया के माउंट मेरापी ज्वालामुखी में विस्फोट, 11 पर्वतारोहियों की मौत

Indonesia: इंडोनेशिया के पश्चिमी सुमात्रा स्थित माउंट मेरापी ज्वालामुखी में विस्फोट में 11 पर्वातारोहियों की मौत हो गई है.

Date Updated
फॉलो करें:

Indonesia: इंडोनेशिया के पश्चिमी सुमात्रा से एक बेहद ही दर्दनाक खबर सामने आ रही है.पश्चिमी सुमात्रा में स्थित माउंट मेरापी ज्वालामुखी में विस्फोट हुई है. इस भयानक विस्फोट में 11 पर्वातारोहियों की मौत हो गई है. मिली जानकारी के अनुसार, राहत और बचाव दल ने सभी 11 पर्वतारोहियों के शव बरामद कर लिए हैं. राहत बचाव दल के अधिकारियों का कहना है कि तीन पर्वतारोही ज्वालामुखी के नजदीक जीवित पाए गए हैं और कई पर्वतारोही अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.

घटना वाले दिन कुल 75 पर्वतारोही माउंट मेरापी पर थे

माउंट मेरापी ज्वालामुखी में हुए विस्फोट वाले दिन करीब 75 पर्वतारोही वहां पर मौजूद थे. इनमें से 11 की मौत हो गयी है जबकि कई अभी भी लापता बताये जा रहे हैं. पेदांग सर्च एंड रेस्क्यू एजेंसी के प्रमुख अब्दुल मलिक ने जानकारी दी कि उन्हें घटनास्थल से तीन लोग जिंदा मिले हैं और 11 शव बरामद हुए हैं. प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो ज्वालामुखी विस्फोट के बाद हर तरफ सफेद और स्लेटी रंग की राख फैल गई थी जो अभी भी बरक़रार है. जिसकी वजह से  लापता पर्वतारोही को ढूंढने में मुश्किल आ रही है. इतना ही नहीं, विस्फोट इतना भयानक था कि आसपास के गांव भी ज्वालामुखी की राख से ढक गए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पर्वत पर चढ़ाई के उन रास्तों को बंद कर दिया गया है जो ज्वालामुखी विस्फोट वाली जगह के नजदीक हैं. इसके साथ ही, एहतियात बरतते हुए  ज्वालामुखी के मुहाने से 3 किलोमीटर दूर तक ढलान पर मौजूद सभी गांवों को खाली करा लिया गया है.  विस्फोट के बाद ज्वालामुखी से लावा निकलने की आशंका है.

लापता पर्वतारोहियों की तलाश जारी है 

माउन्ट मेरापी ज्वालामुखी में विस्फोट के वक़्त मौजूद पर्वतारोहियों को ढूंढने  तलाश अभियान जारी है. बचाव अधिकारियों ने बताया कि ज्वालामुखी विस्फोट के बाद 3000 मीटर दूर तक ज्वालामुखी की राख फैल गई है जिससे बचने प्रशासन ने लोगों से चश्में पहनने की सलाह दी है ताकि ज्वालामुखी की राख से उनकी आंखों  में कोई दिक्कत न हो. इंडोनेशिया में कुल 120 सक्रिय ज्वालामुखी हैं और माउंट मेरापी ज्वालामुखी जनवरी से ही सक्रिय है.

कैसे बनते हैं ज्वालामुखी और क्यों होता है इसमें विस्फोट 

ज्वालामुखी दरअसल धरती के अंदर दबी पहाड़ जैसी एक संरचनाएं हैं. पृथ्वी की भीतरी सतह पर इसके दरारों से गर्म लावा, गैस और राख बाहर निकलती रहती है. वैसे तो धरती के कई हिस्सों में ज्वालामुखी हैं लेकिन इनमें विस्फोट की घटनाएं बेहद कम देखने को मिलती हैं. लेकिन क्या आपने सोचा है कि ज्वालामुखी में विस्फोट क्यों होता है. आइये जानते हैं इसकी कुछ खास वजहें. 
ज्वालामुखी में विस्फोट की कई वजहें बताई जाती है. वैज्ञानिकों के अनुसार, अगर ज्वालामुखी का लावा किसी तरह से पानी के भीतर पहुंचता है तो ज्वालामुखी विस्फोटक हो जाता है. जिसकी वजह से ज्वालामुखी से लावा किसी फव्वारे की तरह बाहर आता है और ये विस्फोट का रूप ले लेता है. वही इसका दूसरा कारण मैग्मा का पिघलकर सतह पर आना होता है. बता दें कि  मैग्मा तब बनता है जब पृथ्वी की  मेंटल सतह पिघलने लगती है. हालाँकि मेंटल पिघलने की एक वजह टेक्टोनिक प्लेटों का टकराव भी माना जाता है.