बांग्लादेश की राजनीति में नया तूफान खड़ा करने वाली घटना में युवा नेता और एक्टिविस्ट शरीफ उस्मान बिन हादी की मौत के बाद उनके परिवार ने अंतरिम सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मारे गए नेता के भाई शरीफ उमर बिन हादी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में पूरी तरह असफल रही और इसकी जिम्मेदारी से बच नहीं सकती.
उमर बिन हादी ने मीडिया से बातचीत में कहा, "यह हत्या अंतरिम प्रशासन के कार्यकाल में हुई है. इसलिए उस समय सत्ता में रहे लोग अंततः न्याय के कटघरे में खड़े होंगे." उन्होंने आगे आरोप लगाया कि शरीफ उस्मान की हत्या के बाद आगामी आम चुनावों को अस्थिर करने की सुनियोजित कोशिशें हुईं, जिससे साफ जाहिर होता है कि इस अपराध के पीछे गहरे राजनीतिक उद्देश्य छिपे हैं.
परिवार के सदस्यों का मानना है कि हत्या का मकसद चुनावी प्रक्रिया में बाधा पहुंचाना था. उमर ने पत्रकारों से कहा कि आपने उस्मान हादी की हत्या करवाई और अब इसे एक बड़ा मुद्दा बनाकर चुनाव जीतने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि अंतरिम सरकार चुनाव प्रक्रिया को अपने पक्ष में 'साबित' करने की कोशिश कर रही थी, जबकि उनके भाई इस प्रक्रिया की तैयारी में सक्रिय रूप से जुटे थे. परिवार का कहना है कि हत्या का मुख्य लक्ष्य लोकतांत्रिक प्रक्रिया को पटरी से उतारना और राजनीतिक अस्थिरता पैदा करना था.
शरीफ उस्मान बिन हादी 2024 के छात्र-नेतृत्व वाले आंदोलन के प्रमुख चेहरों में से एक थे, जिसने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया था. वह आगामी फरवरी 2026 में होने वाले संसदीय चुनाव में ढाका-8 सीट से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में प्रचार कर रहे थे. 12 दिसंबर को मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने उन्हें करीब से गोली मारी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए. इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया, लेकिन वहां वे जीवन की जंग हार गए.
परिवार के आरोपों ने बांग्लादेश की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह हत्या न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा की विफलता को उजागर करती है, बल्कि चुनाव पूर्व हिंसा और साजिशों की ओर भी इशारा करती है. अंतरिम सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है कि वह हत्या की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करे और दोषियों को सजा दे.
इस घटना ने बांग्लादेश में सुरक्षा व्यवस्था और राजनीतिक स्थिरता पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं. परिवार की मांग है कि हत्या के पीछे के सभी तारों को खोला जाए और जिम्मेदारों को कड़ी सजा मिले. आने वाले दिनों में यह मामला चुनावी माहौल को और गरमा सकता है.