Lifestyle: हम सभी जानते हैं कि, आयरन शरीर के लिए कितना जरूरी न्यूट्रीशन है. आयरन की कमी शरीर में होने से चक्कर आने से लेकर कई नुकसान झेलने पड़ सकते हैं, परन्तु जरूरत से अधिक आयरन लेने से शरीर को फायदे की जगह पर नुकसान हो सकता है. आयरन की अधिक खुराक जिंक को शरीर में जज्ब होने की प्रक्रिया को धीमा करती है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक एनीमिया से ग्रस्त व्यक्ति को अपने शरीर के प्रति किलो वजन के अनुसार 3- 6 mg रोज आयरन लेने के लिए कहा जाता है. मतलब 50 किलो वजन वाली महिला आयरन की कमी से परेशान है तो, उसे डॉक्टर प्रत्येक दिन 150 से 300 mg आयरन लेने की सलाह देते हैं. अगर महिला अपनी खुराक व दवा की मदद से 1000 mg आयरन प्रतिदिन लेगी तो, उसके शरीर में आयरन की अधिकता हो जाएगी. जो उसको नुकसान दे सकता है.
शरीर के अंदर जाने वाला अधिक आयरन लिवर में जाकर जमा हो जाता है. जिसके बाद शरीर में जमा आयरन वर्षों के बाद किसी बड़े नुकसान की वजह बनता है. जिसमें ऑर्गन फेल्योर भी मौजूद है, वहीं सिरोसिस, डायबिटीज व हार्ट फेल्योर जैसे लंबे वक्त तक चलने वाली बीमारियां हो जाती हैं. जबकि कई व्यक्तियों में जीन परिवर्तन भी होते हैं, जो उनकी हेमोक्रोमैटोसिस की वजह बनती हैं. इसके साथ ही हेमोक्रोमैटोसिस एक ऐसी बीमारी है जो, आयरन के बढ़ने पर शरीर में पैदा होती है. जिससे त्वचा, लिवर, थायराइड, पैंक्रियाज, हार्ट शरीर के जोड़ों पर बुरा प्रभाव डालता है. जिसके कारण आयरन की ज्यादा खुराक आंत में सूजन व अल्सर की वजह बनती है.जिससे व्यक्ति के कोमा में जाने का खतरा बनता है.
1- पेट में लिवर में दर्द होना
2- थकान व कमजोरी महसूस होना
3- स्किन का रंग गहरा व भूरा पड़ना
4- महिलाओं को अनियमित पीरियड्स आना
5- सेक्स में अरुचि व इरैक्टाइल डिसफंक्शन
6- जोड़ों में दर्द, घुटने व हाथ में पेन होना