Lifestyle: दोपहर के भोजन के उपरांत नींद आना हो सकता है बीमारियों का संकेत

Lifestyle: दिन में खाना खाने के उपरांत नींद की झपकी आना आम बात हैं. हमेशा इस तरह की शिकायत मिलती है. नींद आते ही आराम से सोने की इच्छा होती है. वहीं घर में रह रहे लोगों के लिए ये कोई दिक्कत नहीं है, परन्तु बाहर कार्य करने वाले के लिए बड़ी समस्या बनती है. […]

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Lifestyle: दिन में खाना खाने के उपरांत नींद की झपकी आना आम बात हैं. हमेशा इस तरह की शिकायत मिलती है. नींद आते ही आराम से सोने की इच्छा होती है. वहीं घर में रह रहे लोगों के लिए ये कोई दिक्कत नहीं है, परन्तु बाहर कार्य करने वाले के लिए बड़ी समस्या बनती है. वहीं अधिकतर लोग लंच करते ही सुस्ती महसूस करने लगते हैं, साथ ही उनकी आंखें बंद होने लगती हैं. जबकि शरीर इस नींद को पूरा करने के लिए अधिक वक्त नहीं मांगता है. बल्कि केवल 15 मिनट की नींद पूरे शरीर को फ्रेश कर देती है.

विशेषज्ञों का बयान

विशेषज्ञों का कहना है कि, शरीर को कार्य करने के लिए एनर्जी की आवश्यकता पड़ती है. इसके लिए हम ब्रेकफ़ास्ट, लंच, डिनर करते हैं. वहीं भोजन में जो हम खाते हैं वो न्यूट्रिशन हमारे शरीर की एनर्जी का सोर्स बनता है. हमेशा खाना खाते ही आंत खाने को पचाने का काम करने लगती है. इसके कारण ही ब्लड शुगर लेवल कम होता है. यदपि सुस्ती महसूस होते ही नींद आने लगती है. अगर कोई अधिक शुगर वाला खाना खाता है तो, उसकी बॉडी में ब्लड शुगर का लेवल बढ़ने लगता है. जिस कारण व्यक्ति को थकान होती है, साथ ही नींद की झपकी आती है.

हार्मोन है वजह

ये बिल्कुल भी जरूरी नहीं है कि, केवल ब्लड शुगर लेवल के कारण नींद आए. बल्कि कई बार शरीर के हार्मोन्स भी इसकी वजह बनते हैं. वहीं खाना खाने के उपरांत कभी-कभी सेरोटोनिन तेजी से बनता है, जिससे कि व्यक्ति का सोने का मन होने लगता है. जानकारी दें कि सेरोटोनिन वो हॉर्मोन है जो बॉडी के कई फंक्शन को कंट्रोल करने में मदद करता है. ये शरीर में एक प्रकार से एंटीडिप्रेसेंट की भूमिका अदा करता है. जबकि सेरोटोनिन प्रोटीन से बढ़ता है. जैसे कि सोयाबीन, पनीर, अंडा, हाई प्रोटीन फूड जिसमें प्रोटीन होता है.

ऑफिस वालों के लिए चुनौती

नींद आने की समस्या ऑफिस में काम कर रहे लोगों को परेशान करता है. खाने में हाई फाइबर फूड को मौजूद करें, जिससे कि नींद ना आए. इसके साथ ही आप हल्का खाना खाएं. अधिक खाने की वजह से डाइजेस्टिव सिस्टम ओवरलोड होने की वजह से शरीर में सुस्ती पैदा होती है.