प्यार नहीं बीमारियां बढ़ाता है जूठा खाना, शास्त्रों में भी है वर्जित 

Health Tips: अगर आप भी अपनों का जूठा खाना प्यार बढ़ाने के लिए खाते हैं तो सावधान हो जाएं. इससे प्यार नहीं बीमारियां बढ़ती हैं. ऐसा कहना हैदराबाद के केयर हॉस्पिटल के डॉक्टर एमवी राम्या कुमार का है. एक निजी वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि जूठा खाना खाने से हम कई प्रकार की बीमारियों के शिकार हो सकते हैं. इसके साथ ही हमारे धर्म शास्त्रों में भी जूठे खाने का खाना वर्जित माना गया है. आइए जानते हैं कि इसके क्या नुकसान हैं और क्यों हैं. 

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Courtesy: pexels

Health Tips: अधिकतर लोगों का मानना है कि जूठा खाने से आपस में प्रेम और गहरा हो जाता है. इस कारण कई शादीशुदा महिलाएं अपने पति का जूठा भोजन करती हैं. इसके साथ ही आजकल गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड के कल्चर में भी यह कॉमन है, लेकिन क्या आपको पता है कि जूठे खाने को खाना सिर्फ मेडिकल साइंस ही नहीं शास्त्रों में भी वर्जित है. 

एक निजी वेबसाइट के मुताबिक हैदराबाद के केयर हॉस्पिटल्स के डॉक्टर एमवी राम्या कुमार का कहना है कि एक ही थाली में खाना खाने से शरीर में रोगों की संख्या बढ़ सकती है. ऐसा करना व्यक्ति को कई प्रकार की बीमारियों का शिकार बना सकता है. आइए जानते हैं कि इससे किन बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. 

बढ़ सकता है इन बीमारियों का खतरा 

  • एक ही थाली में खाना खाने से इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. आप जिसका जूठा खाते हैं, उससे संक्रमण आपको लग सकता है. इसी कारण किसी का जूठा खाना नहीं खाना चाहिए. 

  • किसी का जूठा खाना खाने से मुंह से बदबू आने की समस्या भी बढ़ सकती है. 

  • जूठा खाना खाने से मुंह का अल्सर होने की संभावना भी काफी हद तक बढ़ जाती है. 

  • किसी और के साथ एक ही थाली में खाना खाने से शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है. 

शास्त्रों में भी है वर्जित

किसी का जूठा खाना शास्त्रों में भी वर्जित माना गया है. भोजन को भी देवता माना जाता है. इसी कारण भोजन से पहले हम प्रार्थना करते हैं. शास्त्रों के अनुसार जूठा खाने से आप उस व्यक्ति के सारे ग्रह दोष, पीड़ाओं और दु्र्भाग्य का भागीदार बन जाता है. इसके साथ ही इससे आर्थिक संकट भी बढ़ता है. इस कारण शास्त्रों में जूठे खाने को मना किया गया है. 

Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.  भारतवर्ष न्यूज इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.

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