हिमाचल में बादल फटने से मचा हाहाकार, कहीं बह गए घर तो कहीं बह गए पुल

Himachal Weather: भारी बारिश और बादल फटने की लगातार घटनाओं से पहाड़ों पर हाहाकार मचा हुआ है। अकेले हिमाचल की बात करें तो यहां पिछले 24 दिनों में 28 बार बादल फटने की घटना सामने आई है.  मंगलवार सुबह भी यहां आफत के बादल फटे हैं. गलवार तड़के हिमाचल के कुल्लू जिले के गड़सा वैली […]

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Himachal Weather: भारी बारिश और बादल फटने की लगातार घटनाओं से पहाड़ों पर हाहाकार मचा हुआ है। अकेले हिमाचल की बात करें तो यहां पिछले 24 दिनों में 28 बार बादल फटने की घटना सामने आई है.  मंगलवार सुबह भी यहां आफत के बादल फटे हैं.

गलवार तड़के हिमाचल के कुल्लू जिले के गड़सा वैली के पंचनाला में बादल फट गया है, इस आपदा में 1 दर्जन से ज्यादा मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और 15 घरों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा 2 पुल भी पानी में बह गए हैं. गडसा नाला उफान पर बह रहा है. सड़कों का संपर्क पूरी तरह नष्ट होने से क्षेत्र के लोगों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है. गडसा घाटी में भेड़ फार्म को काफी ज्यादा नुकसान हुआ है. इस प्राकृतिक आपदा में कुछ मवेशियों के भी फ्लैश फ्लड में बहने की खबर सामने आई है.

हिमाचल में बारिश का कहर

बारिश के कारण हर जगह जलभराव है जिस कारण 4 दिन से 600 सड़कें बंद पड़े हैं. चिंता की बात ये है कि प्रदेश में आने वाले कई दिनों तक मौसम साफ होने की कोई उम्मीद नहीं है. बार-बार हो रही बारिश सड़कों की बहाली के काम में परेशानी पैदा कर रही है. इस साल 24 जून से अब तक फ्लैश फ्लड और लैंडस्लाइड की चपेट में आने से 44 लोगों की जान जा चुकी है. 7-11 जुलाई के बीच 42 लोगों की मौत हुई है. सबसे ज्यादा तबाही कुल्लू और मंडी जिले में देखने को मिल रही है. प्रदेश में 5116 करोड़ रुपए की निजी और सरकारी संपत्ति बारिश की भेंट चढ़ चुकी है.

आगे भी मौसम में कोई बदलाव नहीं-

मौसम विभाग ने अगले 4 दिनों तक तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है वहीं बुधवार और गुरुवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इस दौरान प्रदेश के कुछ स्थानों पर बारिश और बादल फटने जैसी भयानक घटनाएं होने का अनुमान है. उफनती नदियों को देखते हुए लोगों को नदी-नालों के आस-पास और लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी गई है.

Himachal Weather: भारी बारिश और बादल फटने की लगातार घटनाओं से पहाड़ों पर हाहाकार मचा हुआ है। अकेले हिमाचल की बात करें तो यहां पिछले 24 दिनों में 28 बार बादल फटने की घटना सामने आई है.  मंगलवार सुबह भी यहां आफत के बादल फटे हैं.

गलवार तड़के हिमाचल के कुल्लू जिले के गड़सा वैली के पंचनाला में बादल फट गया है, इस आपदा में 1 दर्जन से ज्यादा मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और 15 घरों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा 2 पुल भी पानी में बह गए हैं. गडसा नाला उफान पर बह रहा है. सड़कों का संपर्क पूरी तरह नष्ट होने से क्षेत्र के लोगों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है. गडसा घाटी में भेड़ फार्म को काफी ज्यादा नुकसान हुआ है. इस प्राकृतिक आपदा में कुछ मवेशियों के भी फ्लैश फ्लड में बहने की खबर सामने आई है.

हिमाचल में बारिश का कहर

बारिश के कारण हर जगह जलभराव है जिस कारण 4 दिन से 600 सड़कें बंद पड़े हैं. चिंता की बात ये है कि प्रदेश में आने वाले कई दिनों तक मौसम साफ होने की कोई उम्मीद नहीं है. बार-बार हो रही बारिश सड़कों की बहाली के काम में परेशानी पैदा कर रही है. इस साल 24 जून से अब तक फ्लैश फ्लड और लैंडस्लाइड की चपेट में आने से 44 लोगों की जान जा चुकी है. 7-11 जुलाई के बीच 42 लोगों की मौत हुई है. सबसे ज्यादा तबाही कुल्लू और मंडी जिले में देखने को मिल रही है. प्रदेश में 5116 करोड़ रुपए की निजी और सरकारी संपत्ति बारिश की भेंट चढ़ चुकी है.

आगे भी मौसम में कोई बदलाव नहीं-

मौसम विभाग ने अगले 4 दिनों तक तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है वहीं बुधवार और गुरुवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इस दौरान प्रदेश के कुछ स्थानों पर बारिश और बादल फटने जैसी भयानक घटनाएं होने का अनुमान है. उफनती नदियों को देखते हुए लोगों को नदी-नालों के आस-पास और लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी गई है.