Operation Sindoor: भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर बुधवार तड़के यानी 7 मई को शुरू किया गया था. जिसके तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए. इन हमलों में सैकड़ों आतंकवादी मारे गए.
यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम, कश्मीर में हुए आतंकी हमले का जवाब था. जिसमें कई लोग मारे गए थे. भारत-पाकिस्तान सैन्य तनाव के नवीनतम अपडेट्स लगातार सामने आ रहे हैं. इस ऑपरेशन में मारे गए पांच प्रमुख आतंकवादियों की जानकारी इस प्रकार है.
मुदस्सर खादियन खास उर्फ मुदस्सर, उर्फ अबू जुंदाल एक बड़ा आतंकी है. उसे मुरीदके में लश्कर के मरकज तैयबा का प्रमुख बताया जाता है. हालांकि पाकिस्तानी सेना ने उनके अंतिम संस्कार में पाकिस्तानी सेना ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया. जहां पाकिस्तान के सेना प्रमुख और पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज की ओर से पुष्पांजलि अर्पित की गई. मिल रही जानकारी के मुताबिक एक सरकारी स्कूल में उनकी जनाजे की नमाज जमात-उद-दावा के हाफिज अब्दुल रऊफ (वैश्विक आतंकी) ने पढ़ाई. समारोह में पाक सेना के एक लेफ्टिनेंट जनरल और पंजाब पुलिस के आईजी मौजूद थे.
हाफिज मुहम्मद जमील को मौलाना मसूद अजहर का साला और बहावलपुर में मरकज सुभान अल्लाह का प्रभारी बताया जाता है. युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और जैश के लिए धन जुटाने में मुहम्मद जमील काफी सक्रिय है.
मोहम्मद यूसुफ अजहर (उर्फ उस्ताद जी, मोहम्मद सलीम, घोसी साहब) भी मौलाना मसूद अजहर का साला है. यूसुफ अजहर जैश के लिए हथियार प्रशिक्षण देता है. इसका नाम जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी हमलों में शामिल रहा है. 1999 के आईसी-814 अपहरण मामले में वांछित था.
खालिद (उर्फ अबू अकाशा) को लश्कर-ए-तैयबा का मुख्य चेहरा माना जाता है. इसका नाम जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी हमलों में संलिप्त रहा है. इसके अलावा अफगानिस्तान से हथियार तस्करी में भी शामिल रहा. फैसलाबाद में उनके अंतिम संस्कार में वरिष्ठ पाकिस्तानी सेना अधिकारी और डिप्टी कमिश्नर शामिल हुए.
मोहम्मद हसन खान PoK में जैश के ऑपरेशनल कमांडर मुफ्ती असगर खान कश्मीरी का बेटा है. इसने जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों के समन्वय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया है. ये हमले भारत की आतंकवाद के खिलाफ कठोर नीति को दर्शाते हैं. ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकी नेटवर्क को बड़ा झटका दिया है.