कर्नाटक के धारवाड़ जिले में अंतरजातीय विवाह को लेकर एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. हुबली ग्रामीण क्षेत्र के इनाम-वीरापुर गांव में एक 19 वर्षीय गर्भवती युवती की उसके परिवार वालों ने कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी. यह मामला स्पष्ट रूप से ऑनर किलिंग का लग रहा है, जहां जातिगत पूर्वाग्रहों ने एक युवा जीवन और उसके अजन्मे बच्चे को छीन लिया. पुलिस ने युवती के पिता सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि जांच जारी है.
इनाम-वीरापुर गांव में रविवार शाम को यह दर्दनाक वारदात हुई. पीड़िता मान्या (19) छह महीने की गर्भवती थी. पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने लोहे की रॉड, पाइप और कृषि उपकरणों से उस पर निर्मम हमला किया. गंभीर चोटों के कारण उसे निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गई. हमले में मान्या के पति और ससुराल वालों को भी चोटें आईं, जब उन्होंने बचाने की कोशिश की.
धारवाड़ के पुलिस अधीक्षक गुंजन आर्य ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंची. तीन मुख्य आरोपियों - प्रकाशगौड़ा पाटिल (पीड़िता के पिता), वीरनगौड़ा पाटिल और अरुणगौड़ा पाटिल - को हिरासत में लिया गया है. एहतियातन 7-8 अन्य लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू की गई है. हुबली ग्रामीण थाने में हत्या का मामला दर्ज कर विशेष जांच टीम गठित की गई है. मान्या ने मई 2025 में अपने गांव के ही विवेकानंद डोड्डामणि से प्रेम विवाह किया था.
विवेकानंद दलित समुदाय से हैं, जबकि मान्या लिंगायत परिवार से थीं. परिवार शुरू से ही इस रिश्ते के खिलाफ था. धमकियों के डर से दंपती हावेरी जिले में रह रहे थे. इस महीने की शुरुआत में वे गांव लौटे, जहां पति के परिवार के साथ रहने लगे. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, रविवार को आरोपियों ने पहले खेत में काम कर रहे मान्या के पति और ससुर पर हमला करने की कोशिश की. बच जाने पर गुस्साए परिवार वालों ने मान्या के घर में घुसकर उन पर और बचाव करने वालों पर ताबड़तोड़ वार किए. अधीक्षक आर्य ने कहा, "यह अंतरजातीय विवाह के विरोध में किया गया सुनियोजित हमला लगता है. पहले भी दोनों परिवारों के बीच पुलिस मध्यस्थता कर चुकी थी."
यह घटना एक बार फिर समाज में व्याप्त जातिगत भेदभाव और तथाकथित 'सम्मान' के नाम पर हिंसा को उजागर करती है. ग्रामीण क्षेत्रों में अंतरजातीय विवाहों को लेकर अभी भी कट्टर सोच बरकरार है, जो कानून और जागरूकता के बावजूद युवाओं की जान ले रही है. दलित संगठनों ने इस हत्या की कड़ी निंदा की है और सोमवार को हुबली व गांव में प्रदर्शन की घोषणा की है. पुलिस जांच में सभी पहलुओं को खंगाला जा रहा है. अगर दर्द बहुत तेज़ हो या अन्य समस्या हो, तो डॉक्टर से सलाह लें. प्राकृतिक तरीकों से आप अपने शरीर को बेहतर समझकर राहत पा सकती हैं! (शब्द संख्या: ५१२)