Jammu and Kashmir: स्थानीय मौसम विज्ञान के आंकड़ों के अनुसार, जम्मू कश्मीर में हाल ही में हुई मध्यम बारिश ने लंबे समय से चल रही गर्मी से कुछ राहत प्रदान की है, लेकिन खराब मौसम ने पूरे क्षेत्र में मिलाजुला प्रभाव डाला है. इस दौरान गुरुवार को जम्मू एवं कश्मीर के किश्तवाड़ के दचन क्षेत्र और पुलवामा के ख्रेव क्षेत्र में मूसलाधार बारिश हुई, जिसके कारण इन इलाकों में अचानक बाढ़ आ गई. कुछ स्थानों पर बारिश का पानी दुकानों और घरों में घुस गया, जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. इसके अलावा बुधवार-गुरुवार की रात से मध्यम बारिश होने से कटरा में सबसे ज़्यादा 79 मिमी बारिश दर्ज की गई, उसके बाद जम्मू में लगभग 50 मिमी बारिश हुई.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इसके उलट, भारी बारिश वाले कश्मीर के एकमात्र स्टेशन श्रीनगर और गुलमर्ग में सुबह 08:30 बजे से शाम 5:30 बजे के बीच क्रमशः 25 मिमी और 18.6 मिमी बारिश दर्ज की गई. वहीं पहलगाम और कुपवाड़ा में क्रमशः 2.6 मिमी और 1.6 मिमी की न्यूनतम वर्षा हुई, जबकि अन्य स्टेशन सूखे रहे.
इस दौरान 1 जून से 31 जुलाई, 2024 तक जम्मू-कश्मीर में कुल मिलाकर 44 प्रतिशत कम बारिश हुई. खास तौर पर, कश्मीर संभाग में 60.67 प्रतिशत की कमी आई, जबकि जम्मू संभाग में 34.83 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई. इसके साथ ही शोपियां और पुंछ में सबसे अधिक क्रमशः 85 प्रतिशत और 82 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई.
जम्मू और कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में 69 प्रतिशत की कमी देखी गई, जहां सामान्य 120.5 मिमी बारिश में से केवल 37.7 मिमी बारिश हुई. वहीं अनंतनाग, बडगाम और बांदीपोरा जैसे अन्य स्टेशनों में 60 प्रतिशत से 73 प्रतिशत तक की कमी देखी गई. कुपवाड़ा, कुलगाम, किश्तवाड़ और डोडा में क्रमशः 65 प्रतिशत, 75 प्रतिशत, 72 प्रतिशत और 62 प्रतिशत की कमी देखी गई.
इसके अलावा बारामुला और जम्मू सहित सात स्टेशनों में 59 प्रतिशत तक की कमी देखी गई. हालांकि, इस अवधि के दौरान उधमपुर, सांबा और राजौरी में सामान्य वर्षा स्तर दर्ज किया गया. स्थानीय मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक यानी 5 अगस्त तक कश्मीर और जम्मू संभाग के अधिकांश हिस्सों में सामान्यतः बादल छाए रहने तथा बीच-बीच में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान जताया है.