Virat Kohli: भारत के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से तत्काल प्रभाव से संन्यास लेने का ऐलान किया है. हाल के प्रदर्शन में उनकी फॉर्म में कमी देखी गई थी. न्यूजीलैंड के खिलाफ छह पारियों में मात्र 93 रन और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 10 पारियों में 190 रन बनाए, जिससे उनके आंकड़े और तकनीक पर सवाल उठे. रोहित शर्मा के हालिया टेस्ट संन्यास के बाद यह उम्मीद थी कि कोहली कुछ और समय तक खेल सकते हैं, लेकिन उन्होंने इस प्रारूप को अलविदा कहने का फैसला किया.
कोहली ने सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश में लिखा कि नीली जर्सी में टेस्ट क्रिकेट खेलते हुए 14 साल बीत गए. मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह सफर मुझे कहां ले जाएगा. इसने मुझे चुनौतियां दीं, मुझे तराशा और जीवन भर साथ रहने वाले सबक दिए.
विराट कोहली ने 123 टेस्ट मैचों में 46.85 की औसत से 9,230 रन बनाए, जिसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं. कोहली ने कहा कि सफेद वस्त्रों में खेलना एक गहन अनुभव है. यह मेहनत, लंबे दिन और उन छोटे पलों का मिश्रण है, जो अनदेखे रहते हैं, पर हमेशा आपके साथ रहते हैं. उन्होंने कहा कि यह निर्णय आसान नहीं था, लेकिन यह सही समय है. मैंने इस खेल में अपना सब कुछ झोंक दिया और इसने मुझे मेरी सोच से कहीं अधिक दिया. कोहली और रोहित ने पिछले साल टी20 विश्व कप जीतने के बाद टी20 क्रिकेट से संन्यास लिया था और अब टेस्ट क्रिकेट से भी दूरी बना ली है. इससे 2027 के वनडे विश्व कप का महत्व और बढ़ गया है जो उनके लिए एकमात्र बचा प्रारूप है.
कोहली ने अपने करियर के प्रति कृतज्ञता जताते हुए कहा कि मैं खेल, मेरे साथी खिलाड़ियों और उन सभी लोगों का आभारी हूं, जिन्होंने मुझे इस यात्रा में समर्थन दिया. मैं अपने टेस्ट करियर को हमेशा गर्व और मुस्कान के साथ याद करूंगा. कोहली भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान रहे, लेकिन कोविड के बाद उनकी फॉर्म में गिरावट आई. 2019 तक उन्होंने 84 मैचों में 54.97 की औसत से 7,202 रन बनाए, लेकिन 2020 के बाद 39 मैचों में उनकी औसत 30.72 रही, जिसमें केवल तीन शतक आए.