Maha Kumbh 2025: हिंदू धर्म में महाकुंभ मेला का काफी महत्व है. इसे सबसे बड़ा धार्मिक समागम माना जाता है. जिसमें देश के कोने-कोने से लोग आते हैं. अगले साल महाकुंभ मेला लगने वाला है. जिसकी तैयारी जोर-शोर से शुरू हो गई है. यह मेला हर 12 साल में एक बार आयोजित किया जाता है. जिसमें देश की सबसे तीन पवित्र नदियों का संगम देखने को मिलता है.
महाकुभ का मेला जनवरी 2025 में शुरू होगा जो फरवरी में आने वाले महाशिवरात्रि तर चलेगा. इस बार इस मेले में कम से कम 10 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना जताई गई है. जिसके कारण उनके रहने और सुरक्षा की व्यवस्था अभी से ही शुरू कर दिया गया है.
इन चार जगहों पर लगता है मेला
महाकुंभ मेले में गंगा, यमुना और सरस्वती नदीं का महा संगम देखने को मिलता है. मुख्य तौर पर ये मेला प्रयागराज में आयोजित किया जाता है. हालांकि इसके अलावा उज्जैन, नासिक और हरिद्वार में अर्धकुंभ मेला हर 6 साल में एक बार आयोजित की जाती है. कथाओं में बताया जाता है कि जब समुद्र मंथन किया जा रहा था तब भगवानों ने अमृत कलश निकाला था. उस दौरान इस कलश की कुछ बूंदें प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन में गिर गई थी. जिसके बाद से इन सभी स्थानों पर कुभ का आयोजन किया जाने लगा. इसमें शाही स्नान का विशेष महत्व होता है. धार्मिक मान्यताओं की मानें तो इस महा कुंभ में नहाने भर से लोगों के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं. वो लोग जो इस पावन अवसर पर प्रयागराज पहुंचता है वो जन्म और मरण के बंधन से मुक्त हो जाता है.
शाही स्नान इस दिन करें
महाकुंभ में शाही स्नान के लिए कुछ खास दिन निकाले गए हैं. जिसमें सबसे पहला दिन 13 जनवरी 2025 है. इस दिन पौष पूर्णिमा भी है. इसके बाद 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन भी शाही स्नान का दिन है. मिल रही जानकारी के मुताबिक इन दो दिनों के अलावा 29 जनवरी 2025 (मौनी अमावस्या), 3 फरवरी 2025 (वसंत पंचमी), 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा) और 26 फरवरी (महाशिवरात्रि) के दिन शाही स्नान होंगे.