India UK FTA: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ब्रिटेन में एक ऐतिहासिक कदम उठाया. भारत और यूनाइटेड किंगडम (यूके) ने मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर किए. लंदन के पास चेकर्स में ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर से मुलाकात हुई. यह समझौता दोनों देशों के लिए आर्थिक विकास का नया रास्ता खोलेगा.
प्रधानमंत्री मोदी तीन दिवसीय ब्रिटेन दौरे पर हैं. उनका उद्देश्य व्यापार, रक्षा और प्रौद्योगिकी में संबंध मजबूत करना है. FTA पर हस्ताक्षर इस यात्रा का सबसे बड़ा परिणाम है. यह समझौता 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 120 अरब डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य रखता है.
यह समझौता भारत के लिए कई क्षेत्रों में फायदेमंद है. सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), वित्तीय सेवाएं, शिक्षा और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों को लाभ होगा. कपड़ा, चमड़ा, जूते, रत्न-आभूषण और खेल सामान जैसे भारतीय उत्पाद यूके में शुल्क-मुक्त होंगे. FTA से भारत में रोज़गार के नए अवसर बनेंगे. यूके हर साल 23 अरब डॉलर से ज्यादा के उत्पाद आयात करता है. इससे भारत में उत्पादन बढ़ेगा. खासकर युवा श्रमिकों को फायदा होगा. यह समझौता युवा उद्यमियों के लिए भी प्रेरणा है. समझौते में भारतीय पेशेवरों के लिए खास सुविधा है. यूके में तीन साल तक काम करने वाले भारतीयों को सामाजिक सुरक्षा अंशदान से छूट मिलेगी. यह वित्तीय बचत के साथ उनकी प्रतिस्पर्धा बढ़ाएगा. युवाओं को वैश्विक अनुभव मिलेगा. यह समझौता डिजिटल व्यापार को बढ़ावा देगा. साइबर सुरक्षा और उपभोक्ता संरक्षण पर ध्यान है. इससे डिजिटल अर्थव्यवस्था में युवाओं के लिए करियर के रास्ते खुलेंगे. पारदर्शिता और नियामक सुसंगतता से कारोबारी प्रक्रियाएँ आसान होंगी.
समझौते में कौशल विकास और योग्यता मान्यता पर सहयोग है. भारतीय युवाओं का कौशल वैश्विक जरूरतों के अनुसार ढलेगा. इससे भारत और विदेश में रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे. भारत-यूके FTA एक ऐतिहासिक कदम है. यह दोनों देशों के बीच व्यापार और सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा. भारतीय युवाओं, निर्यातकों और उद्यमियों के लिए यह सुनहरा मौका है. प्रधानमंत्री मोदी की यह पहल वैश्विक मंच पर भारत की ताकत बढ़ाएगी.