'अभी तो खेल बाकी है...', भारत पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने फिर दी चेतावनी

अमेरिका ने भारत को नई चेतावनी जारी की है. जिसमें रूस के साथ चल रहे निरंतर तेल खरीदारी को लेकर 'द्वितीयक प्रतिबंध' लगाने की बात कही गई है. हालांकि भारत ने इसपर अपनी बात काफी साफ तरीके से रखी है.

Date Updated
फॉलो करें:
Courtesy: Social Media

Trump India Sanctions: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के साथ तेल व्यापार को लेकर भारत को एक नई चेतावनी जारी की है. यह चेतावनी भारतीय आयातों पर अतिरिक्त 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने के कुछ घंटे बाद आया है. इस चेतावनी में उन्होंने भारत को संकेत दिया है कि रूस से तेल की निरंतर खरीद को लेकर भारत पर जल्द ही और 'द्वितीयक प्रतिबंध' लगाए जा सकते हैं.

व्हाइट हाउस में एक प्रेस वार्ता के दौरान ट्रंप से जब यह पूछा गया कि भारत पर अतिरिक्त प्रतिबंध क्यों लगाए जा रहे हैं, जबकि चीन जैसे देश भी रूसी तेल खरीदना जारी रखे हुए हैं? उन्होंने इसके जवाब में कहा कि अभी केवल आठ घंटे ही हुए हैं. देखते हैं क्या होता है. आपको और भी बहुत कुछ देखने को मिलेगा. आपको बहुत सारे द्वितीयक प्रतिबंध देखने को मिलेंगे.

भारत और रूस के बीच बड़ा व्यापार

भारत अपनी जरुरत का लगभग 90 प्रतिशत क्रूड ऑयल विदेशों से आयात करता है. रूस और यूक्रेन के युद्ध से पहले भारत रूस से कुल 0.2 प्रतिशत की कच्चा तेल खरीदता था. हालांकि अब रूस भारत का सबसे बड़ा तेल आर्पूतिकर्ता बन गया है. समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस साल जुलाई में भारत ने रूस से प्रतिदिन 16 लाख बैरल तेल का आयात किया था. ट्रंप ने इस वृद्धि के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति संबंधी चिंताओं के साथ-साथ अन्य प्रासंगिक व्यापार कानूनों का हवाला दिया और दावा किया कि भारत द्वारा रूसी तेल का आयात, प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से, संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए एक 'असामान्य और असाधारण खतरा' पैदा करता है. इन बातों का हवाला देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को भारत से आयात पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने वाले एक आदेश पर हस्ताक्षर किया है.

भारत को निशाना बनाना अनुचित 

डोनाल्ड ट्रंप द्वारा हस्ताक्षर किए गए इस कार्यकारी आदेश के बाद अब भारतीय वस्तुओं पर कुल 50 प्रतिशत का शुल्क लगेगा. अमेरिका द्वारा लगाया गया यह नया शुल्क 7 अगस्त को लागू हो जाएगा. वहीं अतिरिक्त शुल्क 21 दिनों के बाद लागू किया जाएगा. अमेरिका में आयातित सभी भारतीय वस्तुओं पर यह शुल्क लगाया जाएगा, सिवाय उन वस्तुओं के जो पहले से ही पारगमन में हैं या जिन्हें विशिष्ट छूट प्राप्त हैं. हालांकि भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस बारे में स्पष्ट प्रतिक्रिया जारी करते हुए इस कदम को 'बेहद दुर्भाग्यपूर्ण' बताया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि सभी देश अपने राष्ट्र हित में कदम उठा रहे हैं, लेकिन केवल भारत को निशाना बनाना बिल्कुल अनुचित है.

Tags :