Israel War: इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है. इसी बीच हिज्बुल्लाह के साथ भी इजरायल का टकराव ज्यादा बढ़ गया है. पिछले साल 8 अक्टूबर से ही दक्षिणी लेबनान से सटे इलाकों में रह-रहकर टकराव होते रहे हैं, लेकिन पिछले हफ्ते से दोनों के बीच में जंग खूनी हो गई है. इससे मिडिल ईस्ट में जंग, संघर्ष और तनाव का एक नया मोर्चा खुल गया है. इजरायल ने पिछले हफ्ते लगातार दो दिनों तक लेबनान में हिज्बुल्लाह लड़ाकों के पेजर्स और वॉकी-टॉकी को हैक कर धमाके कराए थे, इसमें करीब 37 लोग मारे गए थे. इसके साथ ही हजारों की संख्या में लोग घायल हो गए थे.
इजरायल ने लेबनान के अंदर हिजबुल्लाह के 1600 ठिकानों पर स्ट्राइक कर दी थी. इसमें 500 के करीब लोग मारे गए थे. इसके साथ ही हजारों की संख्या में लोग घायल हो गए थे. इस घटना के बाद से दोनों ओर से हमले तेज हो गए थे. हिज्बुल्लाह ने इजरायली शहर तेल अववी में मिसाइल से हमला किया, लेकिन इजरायली सेना ने इस हमले को नाकाम कर दिया. इजरायली सेना की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक हिज्बु्ल्लाह आतंकियों ने उत्तरी इजरायल में करीब 300 रॉकेट और मिसाइल दागे हैं. इससे इस बात की पूरी आशंका बढ़ गई है कि आने वाले दिनों में संघर्ष और अधिक बढ़ने वाला है.
इजरायली सेना ने एक बयान में कहा कि हिज्बुल्लाह आतंकियों ने उत्तरी इजरायल में करीब 300 रॉकेट और मिसाइल दागे हैं. हिज्बुल्लाह के पास विध्वंसक हथियारों का एक जखीरा है और उसे ईरान का सपोर्ट है. हिज्बुल्लाह ने 2006 में इजरायल के साथ अपने आखिरी संघर्ष के बाद से रॉकेट और मिसाइलों का भंडार जमा करना जारी रखा है. हिज्बुल्लाह के पास 120000 रॉकेट और 200000 मिसाइलें हैं.कथित तौर पर 2006 में इसके पास 15000 रॉकेट थे. पिछले कुछ वर्षों के अनुमानों के अनुसार अब इस संख्या में लगभग 10 गुने का इजाफा हो चुका है.
रिपोर्ट के अनुसार हिज्बुल्लाह के पास मौजूद हथियार 4 किलोमीटर से लेकर 500 किलोमीटर तक की मारक क्षमता रखते हैं. यह एक साथ पूरे इजरायल पर हमला करने में सक्षम हैं. हिज्बुल्लाह के पास फतेह-110 और स्कड जैसी शानदार क्षमता वाली मिसाइल्स भी हैं, जो 310 मील दूर तक निशाना साध सकती हैं. इन मिसाइलों से बचने के लिए इजरायल के पास आयरन डोम नामक मशहूर सुरक्षा कवच है.