VINBAX-23: भारत और वियतनाम की सेनाओं के बीच 11 दिन तक चलने वाले सैन्य अभ्यास की शुरुआत आज यानि सोमवार को हो चुकी है. इसका मकसद दक्षिण चीन सागर में बीजिंग के बढ़ते आक्रामक रूप को देखते हुए रणनीतिक भागीदारी को बढ़ावा देना है. वहीं भारतीय सेना ने कहा कि इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों बलों के बीच सहयोगात्मक साझेदारी और अंतर-क्षमता को बढ़ावा देना है, और दोनों मित्र सेनाओं के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत करने का काम करेगा.
दोनों देशों के बीच बढ़ते राजनीतिक संबंधों को देखते हुए जुलाई में भारत ने वियतनाम को उपहार में इन-सर्विस मिसाइल कार्वेट आईएनएस कृपाण दी थी. बात दें कि वियतनाम आसियान का संघ (दक्षिण पूर्व एशियाई देशों का समूह) का एक महत्वपूर्ण सदस्य देश है. इसका दक्षिण चीन सागर में चीन के साथ क्षेत्रीय विवाद चल रहा है. वहीं भारत की इस सागर में वियतनामी जल क्षेत्र में तेल उत्खनन परियोजनाएं हैं.
भारत और वियतनाम के बीच ये 'विनबैक्स-23' सैन्य अभ्यास हनोई में 11 से 21 दिसंबर तक चलेगा. इस दौरान भारतीय दल की तरफ से 45 जवान हिस्सा लेंगे. जिसमें से 39 बंगाल इंजीनियर ग्रुप के इंजीनियर रेजीमेंट से हैं और 6 आर्मी मेडिकल कोर से हैं. वहीं वियतनाम पीपुल्स आर्मी ने अभ्यास के लिए 45 जवानों को शामिल किया है.
भारत और वियतनाम के बीच होने वाले 'विनबैक्स-23' सैन्य अभ्यास की स्थापना 2018 में की गई थी. इस अभ्यास का पहला संस्करण मध्य प्रदेश के जबलपुर में आयोजित किया गया था. यह दोनों सेनाओं के बीच बारी-बारी से आयोजित एक वार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है.