PM Modi in Maldives: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को मालदीव की राजधानी माले पहुंचे. राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़्ज़ू और उनके मंत्रिमंडल ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. यह यात्रा दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण है.
माले हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति मुइज़्ज़ू ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया. विदेश, रक्षा, वित्त और गृह सुरक्षा मंत्रियों ने भी उनकी अगवानी की. बच्चों ने पारंपरिक नृत्य प्रस्तुति के साथ मोदी का अभिनंदन किया. यह यात्रा दो दिनों की है. राष्ट्रपति मुइज़्ज़ू ने खुद मोदी को निमंत्रण दिया था.
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि यह मुइज़्ज़ू के कार्यकाल में किसी विदेशी नेता की पहली राजकीय यात्रा है. मुइज़्ज़ू ने नवंबर 2023 में पदभार संभाला था. हाल के वर्षों में भारत और मालदीव के बीच संबंधों में कुछ तनाव रहा. इस यात्रा को तनाव कम करने और सहयोग बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है. मालदीव के स्वतंत्रता दिवस समारोह में पीएम मोदी बताैर मुख्य अतिथि आमंत्रित हैं. इस दौरान वे भारत द्वारा सहायता प्राप्त कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे. इन परियोजनाओं से मालदीव में बुनियादी ढांचे और जनसुविधाओं को बढ़ावा मिलेगा. यह दोनों देशों के बीच मजबूत साझेदारी का प्रतीक है.
मोदी ने अपने प्रस्थान वक्तव्य में कहा कि यह साल भारत और मालदीव के राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ का है. उन्होंने राष्ट्रपति मुइज़्ज़ू और अन्य नेताओं के साथ चर्चा की उम्मीद जताई. उनका लक्ष्य आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी को बढ़ाना है. वे हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और समृद्धि के लिए सहयोग मजबूत करना चाहते हैं. मोदी यूनाइटेड किंगडम की दो दिवसीय यात्रा के बाद मालदीव पहुंचे. यूके के साथ भारत ने एक ऐतिहासिक व्यापार समझौता किया.
इस समझौते से कार, वस्त्र और व्हिस्की जैसी वस्तुओं पर शुल्क हटेगा. इससे दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ेगा. मालदीव यात्रा इस कूटनीतिक सफलता की कड़ी को और मजबूत करती है. मालदीव हिंद महासागर में भारत का महत्वपूर्ण साझेदार है. दोनों देश समुद्री सुरक्षा, व्यापार और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर मिलकर काम करते हैं. मोदी की यह यात्रा क्षेत्रीय स्थिरता के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाती है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच विश्वास बढ़ाएगी.