हेयर बोटॉक्स, जीएफसी और एक्सोसोम, जानें नए जमाने के बाल झड़ने के नया उपचार

बढ़ते प्रदुषण के साथ बालों की समस्या भी बढ़ती जा रही है. हालांकि आप अपने बालों को संभालने के लिए कुछ खास उपायों का इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि इन ट्रीटमेंट को लेने से पहले इनके बारे में जानना जरूरी है, तो चलिए जानते हैं क्या है खास?

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Courtesy: Social Media

Hair Treatments: बालों का झड़ना और पतला होना आजकल आम समस्या बन गई है. हालांकि आज की एडवांस टेक्नोलॉजी के माध्यम से इन समस्याओं को खत्म किया जा सकता है. हेयर बोटोक्स, एक्सोसोम, जीएफसी, और पॉलीन्यूक्लियोटाइड जैसे उपचार बालों को मज़बूत और स्वस्थ बनाने में मदद कर रहे हैं. हालांकि इन ट्रीटमेंट को लेने से पहले इनके बारे में जानना जरूरी है, तो चलिए जानते हैं क्या है खास?

जीएफसी

ग्रोथ फैक्टर कंसंट्रेट (जीएफसी) एक प्राकृतिक उपचार है. इसमें मरीज के रक्त से ग्रोथ फैक्टर्स निकाले जाते हैं. इन्हें स्कैल्प में इंजेक्ट करने से बालों के रोमछिद्र जागृत होते हैं. यह उपचार बालों के झड़ने और पतले होने की समस्या को प्रभावी ढंग से कम करता है. यह पूरी तरह सुरक्षित और प्राकृतिक है.

एक्सोसोम

एक्सोसोम छोटे-छोटे संदेशवाहक हैं, जो प्रयोगशाला में बनाए जाते हैं. ये निष्क्रिय बालों के रोमछिद्रों को सक्रिय करते हैं. जिससे बालों का ग्रोथ भी अच्छा होता है. एक्सोसोम स्कैल्प के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं और कोशिकाओं के बीच संचार को मज़बूत करते हैं. यह उपचार उन लोगों के लिए खास है, जो बालों के पतलेपन से परेशान हैं.

एक्सोसोम्स एमएनआरएफ

एक्सोसोम्स एमएनआरएफ एक उन्नत तकनीक है, जिसमें माइक्रोनीडलिंग और रेडियोफ्रीक्वेंसी या लेज़र का उपयोग होता है. यह नन्हें संदेशवाहक कोशिकाओं को नई कोशिकाएं बनाने के लिए प्रेरित करते हैं. इनमें सूजनरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. यह रक्त आपूर्ति बढ़ाने और त्वचा की रंजकता में सुधार करने में मदद करता है. यह उपचार स्कैल्प को स्वस्थ और बालों को मज़बूत बनाता है.

पॉलीन्यूक्लियोटाइड

पॉलीन्यूक्लियोटाइड थेरेपी को सैल्मन डीएनए भी कहा जाता है. यह ट्रीटमेंट स्कैल्प की नमी और संरचना को बेहतर बनाती है. यह सूजन को कम करती है और बालों की जड़ों को मज़बूती देती है. यह उपचार संवेदनशील या उम्रदराज़ स्कैल्प वालों के लिए बहुत फायदेमंद है. 

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