Health: खटमल काटने से बढ़ता है मानसिक बीमारियों का खतरा, जानें इसका निवारण

Health: खटमल के काटने से लोग काफी ज्यादा परेशान हो जाते हैं. जिसके कारण कई बार रात में नींद नहीं आती है. वहीं आपके अंदर चिड़चिड़ापन एवं काम करने में मन ना लगना जैसी समस्या पैदा हो जाती है. वहीं खटमल के काटने से शरीर में खुजली के साथ लाल चकत्ते होना आम बात है. […]

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Health: खटमल के काटने से लोग काफी ज्यादा परेशान हो जाते हैं. जिसके कारण कई बार रात में नींद नहीं आती है. वहीं आपके अंदर चिड़चिड़ापन एवं काम करने में मन ना लगना जैसी समस्या पैदा हो जाती है. वहीं खटमल के काटने से शरीर में खुजली के साथ लाल चकत्ते होना आम बात है. यदि एक बार बिस्तर में खटमल हो जाए तो, छुटकारा मिलना मुश्किल है. इसके लिए खटमल मारने की दवा का उपयोग भी लोग करते हैं. परन्तु इसके बावजूद भी खटमल नहीं जाता है.

खटमल बनी मुसीबत

खटमल का साइज छोटा होता हैं परन्तु बहुत खतरनाक होता है. ये ज्यादातर नमी वाले इलाके में पाए जाते हैं. खटमल, रजाई, तकिए, गद्दे के साथ पलंग के जोड़ों में नजर आते हैं. ये अक्सर रात में एक्टिव हो जाते हैं, जैसे ही हम पलंग पर लेटते हैं तो, वो खून चूसना शुरू कर देता है. खटमल पैरासाइट है इस कारण लोगों का खून पीना पसंद करता है. ये मानना है लोगों का कि खटमल एक महीने में एक बार खाने के बाद भी नहीं मरता है. वहीं मादा खटमल जीवन- काल में 200- 400 अंडे देती है.

मानसिक बीमारियों का खतरा

जिन्हें खटमल ने काटा उनके अंदर मेंटल डिसॉडर देखे जाते हैं. इतना ही नहीं कुछ व्यक्तियों के अंदर तो पीटीएसडी यानी पोस्ट ट्रॉमेटिक डिसऑर्डर के लक्षण पाए गए हैं. चिकित्सकों का कहना है कि जिस किसी को भी खटमल ने काटा उनके अंदर एंग्जायटी, ऑब्सेसिव बिहेवियर, बुरे सपने, पागलपन जैसी शिकायतें पाई जाती है. इसके साथ ही खटमल के काट लेने से त्वचा में जलन महसूस होने लगती है. कई बार तो फोड़े, रेडनेस होने लगते हैं. ये गंभीर एलर्जिक रिएक्शन माना जाता है.