WFI Controversy: बजरंग पूनिया के बाद विनेश फोगाट ने वापस किया अपना खेल रत्न अवॉर्ड, पीएम मोदी को लिखा पत्र

WFI Controversy:फोगाट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रधानमंत्री मोदी को एक पत्र लिखकर अपना अवॉर्ड वापस करने का एलान किया है.

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हाइलाइट्स

  • पीएम मोदी को पत्र लिख विनेश फोगाट ने खेल रत्न अवॉर्ड वापस करने का किया एलान
  • विनेश फोगाट से पहले पहलवान बजरंग पूनिया भी लौट चुके हैं अपना पद्मश्री अवॉर्ड

Vinesh Phogat will return Khel Ratna Award: भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई)  के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस बीच पहलवान बजरंग पूनिया के द्वारा अपना पद्मश्री लौटने का बाद अब विनेश  फोगाट ने भी अपने अवॉर्ड को वापस करने की घोषणा की है. फोगाट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रधानमंत्री मोदी को एक पत्र लिखकर कहा कि मैं अपना मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड वापस कर रही हूं. इस हालत में पहुंचाने के लिए ताकतवर का बहुत-बहुत धन्यवाद. 

विनेश  फोगाट के इस फैसले के बाद पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि मैं निशब्द हूं. यह दिन किसी भी खिलाड़ी को ना देखने को मिले. बता दें कि फोगाट  से पहले बजरंग पूनिया भी अपना पद्मश्री लौट चुके हैं.  वहीं इससे पहले पहलवान साक्षी मालिक ने भी कुश्ती छोड़ने की घोषणा की थी.

विनेश फोगाट पत्र में क्या लिखा?

विनेश फोगाट ने प्रधानमंत्री को साझा किया हुए अपने पत्र में लिखा कि माननीय प्रधानमंत्री, साक्षी मालिक ने भी कुश्ती कहो दी है. और पहलवान बजरंग पूनिया भी अपना पद्मश्री लौटा चुके हैं. आप तो देश के मुखिया हैं आप तक तो ये मामला पहुंचा होगा. मैं आपके घर की बेटी विनेश फोगाट हूं और पिछले एक साल से जिस  हाल में हूं यह बताने के लिए आपको ये पत्र लिख रही हूं. 

 साक्षी मालिक को बनाया गया था ब्रांड एंबेसडर 

फोगाट ने पत्र में आगे लिखा कि मुझे याद है कि 2016 में जब साक्षी मालिक ओलंपिक में पदक जीतकर आई थी तो आपकी सरकार ने उन्हें "बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ" का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया था. जब इसकी घोषणा की गई थी तो देश की हम सारी महिला खिलाड़ी खुश थी और एक दूसरे को बधाई के संदेश भेज रही थी। आज उजब साक्षी को कुश्ती छोड़नी पड़ी तो मुझे 2016 बार-बार याद आ रहा है. 

 जानिए क्या है पूरा मामला?

बता दें, कि भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद के लिए लंबे समय से चल रहे विवाद के बीच 21 दिसंबर को चुनाव हुआ था.  जिसमें भाजपा सांसद और डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह को जीत मिली थी. जिसके विरोध में 22 दिसंबर को पहलवान बगरंग पूनिया ने पीएम मोदी को पत्र लिख पद्मश्री पुरस्कार लौटने की घोषणा की थी.