प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में राणाघाट की जनसभा को संबोधित करने वाले थे. लेकिन खराब मौसम ने उनकी यात्रा रोक दी. वे कार्यक्रम स्थल पर नहीं पहुंच सके. इसके बजाय उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सभा को संबोधित किया. बाद में पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक विस्तृत थ्रेड पोस्ट किया. इसमें उन्होंने उन मुद्दों को उठाया जो मौसम की वजह से रैली में नहीं कह पाए थे.
पीएम मोदी ने नदिया को भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण केंद्र बताया. यह भूमि श्री चैतन्य महाप्रभु से जुड़ी है. यहां सेवा भाव की लंबी परंपरा रही है. यह भावना मतुआ समुदाय के लोगों में स्पष्ट दिखती है. प्रधानमंत्री ने कहा कि नदिया और पूरे पश्चिम बंगाल के विकास में योगदान देना उनके लिए सौभाग्य की बात है. उन्होंने राज्य के लोगों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.
प्रधानमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार पश्चिम बंगाल के लोगों को मजबूत बनाने के लिए दिन-रात काम कर रही है. राज्य में 52 लाख घरों को मंजूरी दी गई है. हर गरीब परिवार के सिर पर छत हो, यही लक्ष्य है. जल जीवन मिशन से एक करोड़ से ज्यादा परिवारों को नल से जल मिल रहा है. स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 13 हजार से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनाए गए हैं. 750 से ज्यादा प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र सस्ती दवाएं दे रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल में भाजपा की सरकार आने पर इन योजनाओं की रफ्तार और बढ़ेगी. विकास तेज होगा.
पीएम मोदी ने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर तीखा प्रहार किया. उन्होंने इसे 'महा जंगल राज' कहा. बिहार के लोग जंगल राज नहीं चाहते, यह बार-बार साबित हो चुका है. अब बंगाल को भी टीएमसी के शासन से मुक्ति मिलनी चाहिए. प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि टीएमसी केवल कमीशन और रिश्वत में है. केंद्र की हजारों करोड़ की योजनाएं टीएमसी के असहयोग से रुकी हुई हैं. आवास, स्वास्थ्य, खाद्य सुरक्षा और शिक्षा जैसे क्षेत्र प्रभावित हैं.
प्रधानमंत्री ने राज्य में महिलाओं की स्थिति पर गहरी चिंता जताई. फुटबॉल के दीवाने बंगाल को हाल की एक घटना ने शर्मसार किया. इस घटना ने युवाओं को बहुत दुख पहुंचाया. पीएम मोदी ने कहा कि टीएमसी अपनी स्वार्थी राजनीति से राज्य को नुकसान पहुंचा रही है. वह भाजपा का विरोध करे, इसमें कोई समस्या नहीं. लेकिन राज्य के विकास में रोड़ा क्यों अटका रही है?पीएम मोदी ने टीएमसी पर घुसपैठियों को संरक्षण देने का गंभीर आरोप लगाया.