पाकिस्तान में एक और लश्कर आतंकी की मौत, मुंबई हमलों का था मास्टरमाइंड

Pakistani Terrorist Death: चीमा 2006 में हुए मुंबई ट्रेन बम विस्फोट का मास्टरमाइन्ड था. इसके अलावा 26/11 के आतंकी हमलों और भारत में कई अन्य आतंकी हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक था.

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हाइलाइट्स

  • पाकिस्तान में एक और लश्कर आतंकी की मौत
  • , मुंबई हमलों का था मास्टरमाइंड

Pakistani Terrorist Death: लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का इंटेलिजेंस चीफ आजम चीमा की आज ( 2 मार्च) पाकिस्तान के फैसलाबाद में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई है. चीमा 2006 में हुए मुंबई ट्रेन बम विस्फोट का मास्टरमाइन्ड था. ट्रेन में हुए बम धमाकों में 188 लोग मारे गए थे और 800 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.  इसके अलावा 26/11 के आतंकी हमलों और भारत में कई अन्य आतंकी हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चीमा का अंतिम संस्कार फैसलाबाद के मलखानवाला में किया गया.

शाम को हुआ था ट्रेन में ब्लास्ट 

11 जुलाई 2006 को मुंबई वेस्टर्न के सबर्बन इलाके में लोकल ट्रेन के सात डिब्बों में बम ब्लास्ट हुआ था. ये ब्लास्ट तब हुआ था जब मुंबई की आम जनता काम कर अपने-अपने घर की और लौट रहे थे. यह बम ब्लास्ट  शाम 6 बजकर 24 मिनट पर शुरू हुए थे और 6 बजकर 35 मिनट पर बंद हुए थे. इस दौरान ट्रेन में अफरा- तफरी का माहौल देखने को मिला था. क्योंकि शाम के समय मुंबई की लोकल ट्रेनों ज्यादा भीड़ होती है. वहीं इस हमले में पुलिस ने 30 लोगों को आरोपी बनाया था, जिसमें से 13 लोगों की पहचान पाकिस्तानी नागरिकों के तौर पर हुई थी. 

2008 हमले में शामिल आतंकियों को चीमा ने दी थी ट्रेनिंग 

अमेरिकी सरकार के अनुसार  2008 के हमलों को अंजाम देने वाले आतंकियों को आजम चीमा ने ट्रेनिंग दी थी. इस भीषण हमले में 6 अमेरिकियों समेत कुल 166 लोगों की मौत हुई थी. इस हमले में कुछ ब्रिटेन के नागरिकों भी मारे गए थे. बता दें, कि 26 नवंबर 2008 को 10 पाकिस्तानी आतंकवादी समुद्री रास्ते से दक्षिण मुंबई इलाके में पहुंचे, इनके पास भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद थे. सभी आतंकी कई इलाकों में बंट गए और ताज महल पैलेस होटल समेत कई जगहों पर ब्लास्ट किया. 

इसके अलावा इन आतंकियों ने दक्षिणी मुंबई के कोलाबा स्थित लियोपोल्ड कैफे पर भी हमला किया था. दो आतंकियों ने नरीमन हाउस और बाकी आतंकी दो-दो की टोली में छत्रपति शिवाजी टर्मिनस और ताज होटल में घुसकर ब्लास्ट किए थे. इस दौरान भारत सरकार ने आतंकियों से निपटने के लिए तत्काल 200 एनएसजी कमांडो भेजे और सेना के भी 50 कमांडो मौके पर पहुंचे. इसके बाद बचाव अभियान जारी हुआ. इस दौरान सेना की पांच टुकड़ियों को भी मौके पर तैनात किया गया था.