lemonade in Summer: गर्मी के दिनों में नींबू पानी सभी के घरों में बनता है. इसे नींबू शर्बत के नाम से भी जाना जाता है. यह न केवल शरीर को ठंडक पहुंचाता है बल्कि हाइड्रेशन को बनाए रखने में भी मदद करता है. नींबू में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार होता है. लेकिन अगर नींबू का रस बनाते समय कुछ सामान्य गलतियां की जाएं तो यह न तो स्वादिष्ट बनता है और न ही सेहत के लिए फायदेमंद.
नींबू पानी बनाते समय कुछ गलतियों को करने से बिल्कुल बचना चाहिए. नहीं तो गर्मी के दिन में आपका मूड बिल्कुल मूड खराब हो सकता है. तो चलिए जानते हैं कि कौन से है वो बड़ी गलतियां.
कई लोगों का मानना है कि ज्यादा नींबू डालने से शर्बत ज्यादा खट्टा और स्वादिष्ट हो जाता है, लेकिन असल में इससे शर्बत का स्वाद खराब हो सकता है और पेट में जलन हो सकती है. एक गिलास नींबू पानी के लिए आधा या एक नींबू का रस पर्याप्त होता है.
नींबू का रस हमेशा ठंडे या सामान्य तापमान वाले पानी में बनाना चाहिए. गर्म पानी में नींबू का रस डालने से इसकी पौष्टिकता कम हो सकती है और इसका स्वाद भी खराब हो सकता है.
बहुत कम या बहुत ज़्यादा चीनी डालने से नींबू पानी का स्वाद खराब हो सकता है. अगर आप डायबिटीज़ के मरीज़ हैं या कम चीनी लेना चाहते हैं, तो आप शहद या गुड़ का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन मात्रा का ध्यान रखें.
नींबू के रस में सामान्य नमक की जगह काला नमक डालना ज़्यादा फ़ायदेमंद और स्वादिष्ट होता है. काला नमक पाचन में मदद करता है, साथ ही यह रस को एक अलग स्वाद भी देता है.
अक्सर लोग समय बचाने के लिए नींबू को पहले से काटकर फ्रिज में रख देते हैं, लेकिन ऐसा करने से नींबू का रस ऑक्सीजन के संपर्क में आने पर अपनी ताज़गी खो देता है. हमेशा ताज़ा नींबू को तुरंत काटकर शर्बत में इस्तेमाल करें.
नींबू का रस एक बहुत ही आसान और फ़ायदेमंद पेय है, लेकिन इसे बनाने में की गई छोटी-छोटी गलतियां इसके स्वाद और स्वास्थ्य लाभ दोनों को प्रभावित कर सकती हैं.