Earthquake: दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 5.6 रही तीव्रता

Earthquake: दिल्ली एनसीआर में आज (सोमवार) भूकंप के झटके महसूस किए गए. ये झटके दोपहर 4.20 मिनट पर लग. इस दौरान अफरा- तफरी के बीच लोग घरों और दफ्तरों से बाहर निकलते हुए दिखाई दिए. बता दें, कि 3 दिन में यह दूसरा बड़ा झटका लगा है. ये झटके दिल्ली से सटे नोएडा, फरीदाबाद, गुरुग्राम […]

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Earthquake: दिल्ली एनसीआर में आज (सोमवार) भूकंप के झटके महसूस किए गए. ये झटके दोपहर 4.20 मिनट पर लग. इस दौरान अफरा- तफरी के बीच लोग घरों और दफ्तरों से बाहर निकलते हुए दिखाई दिए. बता दें, कि 3 दिन में यह दूसरा बड़ा झटका लगा है. ये झटके दिल्ली से सटे नोएडा, फरीदाबाद, गुरुग्राम और गाजियाबाद में भी महसूस किए गए. नेशनल केन्द्र फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार भूकंप का केंद्र नेपाल रहा और रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.6 रही. वहीं अभी किसी भी तरह के जान माल के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है.

शुक्रवार को भी नेपाल में आया था भूकंप

इससे पहले शुक्रवार को भी नेपाल में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे. जिसका केंद्र काठमांडू से लगभग 550 किलोमीटर दूर जाजरकोट जिले के रामिदंडा में था. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.4 मापी गई थी. इस भूकंप के झटकों का असर भारत के कई राज्यों में भी देखने को मिला था. लेकिन भूकंप ने नेपाल में जमकर तबाही मचाई. इस दौरान जाजरकोट और रुकुम पश्चिम के दो जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए. जाजरकोट में कम से कम 105 लोगों की मौत और इतनी ही संख्या में घायल हुए. रुकुम वेस्ट में 52 लोगों की मौत हुई और 85 घायल होने की सूचना है.

क्यों आता है भूकंप?

भूकंप आने का कारण यह है कि पृथ्वी के अंदर सात प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं. जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है. बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं. जब अधिक दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं. नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और हलचल के बाद भूकंप आता है.

भूकंप आने पर ये करें?

भूकंप आने पर किसी भी तरह से घबराए नहीं, लिफ्ट का उपयोग तो बिल्कुल भी न करें और सीढ़ी से जाए, हो सके तो खुले जगह पर चाले जाए और घर में किसी मेज के निचे बैठ जाए.