P. Chidambaram on Operation Blue Star: वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने शनिवार को ऑपरेशन ब्लू स्टार को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि यह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का निर्देश था, लेकिन स्वर्ण मंदिर से आतंकवादियों को हटाने का यह गलत तरीका था. इसकी कीमत इंदिरा गांधी को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी. चिदंबरम ने यह बात हिमाचल प्रदेश के कसौली में खुशवंत सिंह साहित्य महोत्सव में कही. वे पत्रकार हरिंदर बावेजा की पुस्तक 'दे विल शूट यू, मैडम' पर चर्चा कर रहे थे.
चिदंबरम ने कहा कि आतंकवादियों को पकड़ने का रास्ता था, लेकिन ऑपरेशन ब्लू स्टार सही नहीं था. उन्होंने माना कि यह गलती सिर्फ इंदिरा गांधी की नहीं थी. सेना, पुलिस, खुफिया विभाग और सिविल सेवा का यह सामूहिक निर्णय था. चिदंबरम ने कहा कि इंदिरा गांधी को इस गलती की कीमत अपनी जान से चुकानी पड़ी. लेकिन दोष सिर्फ उन्हें नहीं दे सकते.
पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री ने साफ किया कि उनका सेना या किसी अधिकारी के प्रति कोई अनादर नहीं है. फिर भी, उन्होंने जोर देकर कहा कि स्वर्ण मंदिर को पुनः प्राप्त करने के लिए सेना का इस्तेमाल गलत था. चिदंबरम ने बताया कि कुछ साल बाद हमने सेना को बाहर रखकर स्वर्ण मंदिर को सही तरीके से पुनः प्राप्त किया. यह सही रास्ता था. चिदंबरम ने पंजाब की वर्तमान स्थिति पर भी बात की. उन्होंने कहा कि खालिस्तान और अलगाव का नारा अब लगभग खत्म हो चुका है. पंजाब की असली समस्या आर्थिक है. उन्होंने कहा कि मेरी पंजाब यात्राओं से पता चला कि लोग आर्थिक मुश्किलों से जूझ रहे हैं. सबसे ज्यादा अवैध प्रवासी पंजाब से ही हैं.
ऑपरेशन ब्लू स्टार 1 जून, 1984 को शुरू हुआ था. इसका मकसद स्वर्ण मंदिर में मौजूद आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले को पकड़ना था. 8 जून तक चले इस अभियान में सुरक्षा बलों ने भिंडरावाले को बेअसर कर दिया. लेकिन इस दौरान अकाल तख्त को नुकसान पहुंचा. इससे सिख समुदाय में भारी आक्रोश फैला. कुछ महीनों बाद, इंदिरा गांधी की उनके सिख अंगरक्षकों ने हत्या कर दी. चिदंबरम का यह बयान ऑपरेशन ब्लू स्टार के घावों को फिर से ताजा करता है. उनके शब्दों से साफ है कि वे इस अभियान को गलत मानते हैं. साथ ही, वे पंजाब की आर्थिक समस्याओं पर ध्यान देने की बात कहते हैं.