चीन-अमेरिका के बीच शुरू हो जाएगा व्यापार युद्ध? डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ ने बढ़ाया तनाव

Donald Trump Tariff on China: चीनी मंत्रालय की ओर से कहा गया कि उच्च टैरिफ की धमकी देना चीन के साथ सही तालमेल का तरीका नहीं है. बयान में आगे कहा गया कि व्यापार युद्ध नहीं चाहते, लेकिन हम इससे डरते भी नहीं हैं.

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Courtesy: X (@BinsaeedRashid, @AndresB_Cu)

Donald Trump Tariff on China: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 1 नवंबर से सभी चीनी आयातों पर 100% टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद चीन ने अमेरिका पर कड़ा जवाब दिया है. चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने रविवार को एक बयान जारी कर अमेरिका पर दोहरे मानदंड अपनाने का आरोप लगाया. 

चीनी मंत्रालय की ओर से कहा गया कि उच्च टैरिफ की धमकी देना चीन के साथ सही तालमेल का तरीका नहीं है. बयान में आगे कहा गया कि व्यापार युद्ध नहीं चाहते, लेकिन हम इससे डरते भी नहीं हैं. चीन ने अमेरिका की इस रणनीति को आर्थिक और व्यापार वार्ता के माहौल को कमजोर करने वाला बताया.

ट्रंप ने अपनाया आक्रामक रुख  

राष्ट्रपति ट्रंप ने शुक्रवार को घोषणा की कि 1 नवंबर से सभी चीनी आयातों पर 100% टैरिफ लागू होगा. यह कदम चीन द्वारा दुर्लभ खनिजों पर लगाए गए निर्यात प्रतिबंधों के जवाब में उठाया गया है. ट्रंप ने इन प्रतिबंधों को नैतिक अपमान करार देते हुए चीन पर अत्यंत आक्रामक व्यापार नीति अपनाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि चीन के टैरिफ से ज्यादा सख्त टैरिफ हम लगाएंगे. ट्रंप ने संकेत दिया कि बढ़ते तनाव के बीच वह चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ इस महीने के अंत में होने वाली प्रस्तावित बैठक रद्द कर सकते हैं. इस घोषणा ने वैश्विक व्यापार और कूटनीति पर अनिश्चितता की छाया डाल दी है. दूसरी ओर, चीन ने अपने निर्यात नियंत्रणों को वैध ठहराया. वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि ये नीतियां वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं की स्थिरता और सुरक्षा के लिए हैं.

चीन के हितों को गंभीर नुकसान

बीजिंग ने अमेरिका की टैरिफ नीति को तीखी आलोचना का निशाना बनाया. मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हर बार टैरिफ की धमकी देना बातचीत का सही तरीका नहीं है. उन्होंने बताया कि इन कार्रवाइयों ने चीन के हितों को गंभीर नुकसान पहुंचाया है. साथ ही, चीन ने वैश्विक औद्योगिक और आपूर्ति श्रृंखलाओं की सुरक्षा के लिए अन्य देशों के साथ सहयोग बढ़ाने की इच्छा जताई. इस नए व्यापार तनाव से वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता बढ़ सकती है. विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका और चीन के बीच यह टकराव न केवल दोनों देशों, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित कर सकता है. दुर्लभ खनिजों पर चीन के निर्यात प्रतिबंध और अमेरिका के टैरिफ से आपूर्ति श्रृंखलाएं बाधित हो सकती हैं. 

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