Furniture Care in Rainy season: मानसून की बारिश गर्मी से राहत देती है. यह प्रकृति को हरियाली से सजाती है, लेकिन लकड़ी के फर्नीचर के लिए यह नमी, दुर्गंध और फफूंद की समस्या लाती है. अलमारियां, बिस्तर और मेज़ को नुकसान का खतरा रहता है. अच्छी खबर यह है कि महंगे रसायनों की जरूरत नहीं है. कुछ आसान और प्राकृतिक उपाय आपके फर्नीचर को सुरक्षित रख सकते हैं.
नमी से बचने का सबसे आसान तरीका है डीह्यूमिडिफायर. इसके लिए बेकिंग सोडा या सेंधा नमक लें. एक छोटे से बरतन में दोनों 4 से 5 चम्मच रख लें. इसे अलमारियों या फर्नीचर के पास रखें. यह नमी सोख लेता है. इससे फफूंद का खतरा कम होता है. यह उपाय सस्ता और कारगर है.
फफूंद से बचने के लिए घर पर एंटीफंगल स्प्रे तैयार करें. एक स्प्रे बोतल में 1 कप पानी लें. इसमें 1 चम्मच सफेद सिरका और 5 बूंदें टी ट्री ऑयल मिलाएं. बोतल को हिलाएं. हफ्ते में एक-दो बार इसे फर्नीचर पर हल्के से छिड़कें. सिरका और टी ट्री ऑयल प्राकृतिक रूप से फफूंद रोकते हैं. यह फर्नीचर को सुरक्षित रखता है.
नीम के पत्ते और कपूर छोटी जगहों के लिए बेहतरीन हैं. पुराने सूती कपड़े से छोटे पैकेट बनाएं. इनमें नीम के पत्ते या कपूर भरें. इन्हें अलमारियों, दराजों या बिस्तरों में रखें. ये नमी, दुर्गंध और कीड़ों को दूर रखते हैं. यह प्राकृतिक उपाय बहुत प्रभावी है. बंद जगहों में यह खासतौर पर उपयोगी है.
गीले फर्श से फर्नीचर को बचाना जरूरी है. खासकर टाइल या सीमेंट के फर्श पर. फर्नीचर के पैरों के नीचे प्लास्टिक के छोटे टुकड़े रखें. यह नमी को फर्नीचर तक पहुंचने से रोकता है. यह सस्ता और आसान उपाय है.
लकड़ी के फर्नीचर को चमकदार और सुरक्षित रखें. नारियल तेल में नींबू का रस मिलाएं. इसे मुलायम कपड़े से फर्नीचर पर लगाएं. नारियल तेल नमी से बचाता है. नींबू का रस प्राकृतिक चमक देता है. इससे फर्नीचर नया जैसा दिखता है. यह उपाय किफायती और आसान है.
इन प्राकृतिक उपायों से आपका फर्नीचर मानसून में सुरक्षित रहेगा. ये तरीके सस्ते, जैविक और प्रभावी हैं. नमी, फफूंद और दुर्गंध से बचाव आसान है. इन उपायों को अपनाकर अपने लकड़ी के फर्नीचर को लंबे समय तक नया बनाए रखें. आपका फर्नीचर और घर दोनों सुंदर रहेंगे.