Pancreatic Cancer: पैंक्रियाज कैंसर पैंक्रियाज में होने वाली घातक बीमारी है. जो एक महत्वपूर्ण अंग है और पाचन एंजाइमों का उत्पादन करता है. साथ ही यह रक्त में शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है. पैंक्रियाज कैंसर दो प्रमुख प्रकारों में विभाजित होता है.जिसमें पहला है एक्सोक्राइन ट्यूमर जो कि अधिक आम है और दूसरा न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर होता है जो पहले के मुकाबले काफी कम होता है.
पैंक्रियाज कैंसर के लक्ष्ण आमतौर पर लोगों को शुरुआत में समझ नहीं आत है, जिसकी वजह से इसके इलाज में भी काफी परेशानी होती है. पैंक्रियाज कैंसर के लक्षण अक्सर तब दिखाई देते हैं जब कैंसर अपने आखिरी स्टेज में पहुँच जाता है. आमतौर पर इन लक्ष्णों में पेट में दर्द , पीलिया, थकान, भूख में कमी, मतली और उल्टी, वजन घटना, खुजली, गहरे रंग का पेशाब और डायबिटीज अचानक से बढ़ जाना शामिल है. यह लक्षण कैंसर के विकास के साथ उभरते हैं. इनका समय रहते निदान करना बेहद जरुरी है.
पैंक्रियाज कैंसर के कारण
पैंक्रियाज कैंसर के होने के कई कारण हो सकते हैं. जिसमें आपका नशा करना, जरुरत से ज्यादा फैट खान, मोटापा शामिल है. हालांकि कभी-कभी ये समस्या बढ़ते उम्र या फिर जीन के साथ भी आ जाता है. अगर अपने जीवन में इन सारी चीजों को कंट्रोल कर लिया जाए तो इस बीमारी से बचा जा सकता है.
ये बीमारी बेहद की पीड़ादायक होती है. जिसमें आपके पेट, पीठ में असहनीय दर्द और खाना को डाइजेस्ट करने में काफी समस्या होती है. कभी-कभी इस बीमारी के कारण लोगों की जान तक चली जाती है. इस बीमारी को ठीक करने के कुछ उपाय है. जिसमें सबसे पहला तरीका सर्जरी है. इसके माध्यम से डॉक्टर आपके शरीर के ट्यूमर को आपसे अलग करता है. इसके बाद फिर लेजर ऑपरेशन, कीमोथेरेपी और कुछ डॉक्टर खाने से इसे खत्म करने की कोशिश करते हैं.
पैंक्रियाज कैंसर से बचाव के उपाय
- धूम्रपान छोड़ना
- संतुलित आहार का पालन और इष्टतम वजन बनाए रखना
- जंक और तैलीय खाद्य पदार्थों से बचना
- नियमित शारीरिक गतिविधि करना
- सुगर लेवल की निगरानी रखना
- शराब का सेवन सीमित करना